जब से कोरोना महामारी आयी है, सभी लोगों का वजन घर बैठे-बैठे बढ़ने लगा है. ऐसे में सभी कोई ऐसा डाइट और वर्कआउट प्लान की खोज में हैं, जिससे वजन जल्दी से कम हो जाएं. आजकल कीटो या केटोगेनिक डाइट काफी फेमस है. दरअसल कीटो डाइट एक हाई फैट डाइट होती है. इस डाइट के दौरान कार्बोहायड्रेट का सेवन सीमित हो जाता है और शरीर ऊर्जा के लिए शरीर पर निर्भर करता है. यह डाइट शरीर को केटोसिस की स्थिति में डाल देता है, जिसमें यह ईंधन के लिए कार्ब्स की जगह फैट का उपयोग करता है. कीटो डाइट वेट लॉस के लिए सबसे ज़्यादा फायदेमंद बताई गई है. तो चलिए जानते है कि केटोसिस में रहने के लिए कार्ब टारगेट क्या होता है? कितने प्रकार के कीटो डाइट होते है? कीटो डाइट किस तरह काम करता है? इससे शरीर को किस तरह के स्वास्थ लाभ पहुंचते हैं?

कार्ब टारगेटकिसी भी व्यक्ति को केटोसिस के दौरान, हर दिन 50 ग्राम कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना होता है. एक महिला को हर दिन अपने खाने में लगभग 40-50 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना होता है. वही दूसरी ओर एक पुरुष को हर दिन अपने खाने में लगभग 50-60 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए. केटोसिस में इतना सेवन तो आम तौर पर किया जाता है, लेकिन अलग-अलग कीटो डाइट में अलग-अलग मात्रा में प्रोटीन, फैट और कार्ब्स की अनुमति होती है.

किस तरह काम करती है कीटो डाइट

जब भी आप खाना खाते है तो उसमे कार्बोहाइड्रेट्स होता ही है. जब इंसान कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन करता है और शरीर इन्हें चीनी में बदल देता है जो ऊर्जा के लिए मदद करता है. केटोसिस में कार्ब्स के सेवन को कम करने से, वह शरीर ऊर्जा के लिए कार्ब्स के जगह फैट का इस्तेमाल करने लगता है. इससे ग्लूकोज लेवल गिर जाता है. जैसे ही शरीर में ग्लूकोज का लेवल गिरता है, यह शरीर को कैटोन्स का उत्पादन करने के लिए मजबूर कर देता है,  फिर खून और टॉयलेट में जो एसिड दिखाई देने लगता है ये फैट बर्न की ओर इशारा करता है. इसे ही केटोसिस कहा जाता है.

कीटो डाइट के प्रकार

1- स्टैंडर्ड कीटोजेनिक डाइटजब इंसान स्टैण्डर्ड कीटोजेनिक डाइट पर होता है, तब उसे 70% सेवन फैट का करना होता है. 20% प्रोटीन का और 10% कार्ब्स का.

2- टार्गेटेड कीटोजेनिक डाइटजब इंसान टार्गेटेड की टोजेनिक डाइट पर होता है, तब वह बहुत वर्कआउट करने के बाद ज़्यादा मात्रा में कार्ब्स का सेवन कर सकता हैं.

3- हाई प्रोटीन कीटोजेनिक डाइटजब इंसान हाई कीटोजेनिक डाइट पर होता है, तब उन्हें 60% फैट का सेवन, 35% प्रोटीन का और 5% कार्ब्स का सेवन करना होता है.

4- स्लाकिकल कीटोजेनिक डाइटजब इंसान स्लाकिकल  कीटोजेनिक डाइट पर होता है, तब उन्हें हफ्ते में 5 दिन लो कार्ब खाने का और 2 दिन हाई कार्ब खाने की सलाह दी जाती है.

कीटो डाइट से होने वाले लाभ

वेट लॉस- कीटो डाइट के कारण इंसान को भूख कम लगती है और कीटो का आहार वजन कम करने में मदद करता है.

डायबिटीज कंट्रोल- कीटो का आहार ग्लूकोस लेवल को कम करता है, जिसके कारण यह डायबिटीज टाइप 2 को कंट्रोल करने में मदद करता है.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

ये भी पढ़ें: रिफाइंड की जगह ऑलिव ऑयल का करें इस्तेमाल, हार्ट और डायबिटीज के मरीजों के लिए है बहुत फायदेमंद