आमतौर पर लोग एक्सरसाइज करने के बाद थका हुआ महसूस करते हैं. ऐसे में शरीर को एनर्जी प्रदान करने के लिए वे जूस पीने का विकल्प चुनते हैं जिससे तरोताजा महसूस होने लगता है. इतना ही नहीं, कई लोग तो जूस को बेहद सेहतमंद और लाभकारी मानते हुए उसे अपनी डाइट में शामिल कर लेते हैं. चूंकि जूस फलों और सब्जियों के रस से बनता है इसलिए लोग समझते हैं की यह पोषण से भरपूर है और इसे पीना नुकसानदायक नहीं. लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक कुछ स्वास्थ सम्बंधित परिस्थितियों में जूस का सेवन आपके शरीर को गंभीर बीमारी का शिकार बना सकता है और साथ ही जूस से होने वाले साइड इफेक्ट्स भी आपको झेलने पड़ सकते हैं. इसलिए आज हम आपको जूस पीने से जुड़ी कुछ विशेष बातें बताने जा रहे हैं जिनका पालन आपको बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकता है.


1. जूस से बढ़ता वजन
फलों के रस में शक्कर और कैलोरी की मात्रा होती है जो वजन बढ़ाने का काम करती है. ऐसे में अगर आप जूस पी रहे हैं तो हरी सब्जियों का ही पिएं, ये पीने में कड़वा ज़रूर लगेगा लेकिन फ्रूट जूस के शक्कर और कैलोरी की अपेक्षा ये ज़्यादा फायदेमंद है और वजन घटाने में असरदार भी.


2.फाइबर की कमी से होगी परेशानी
जब आप संतरे का जूस पीते हैं तो आपको विटामिन सी मिलता है लेकिन उतना नहीं जितना आपको संतरे को खाने से मिलेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि जूस से पल्प और फाइबर निकल जाता है जो कि आपके कालोन को स्वस्थ रखने के लिए बेहद कारगर है. आपको बता दें कि, जूस के बदले फल खाने से हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है और कोलेस्ट्रोल लेवल के साथ साथ ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है. इसलिए ज़रूरी है कि जूस के भरोसे न रहते हुए फाइबर युक्त फल और सब्जियों को खाएं.


3.दवाई के साथ नुकसानदायक
अगर किसी बीमारी की दवाई ले रहे हैं तो ऐसी स्थिति में किसी भी फल या सब्जी का जूस पीने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना ना भूलें. ऐसा इसलिए क्योंकि दवाई के साथ किसी भी तरह का जूस पीने से आपको साइड इफेक्ट की समस्या से जूझना पड़ सकता है. उदाहरण के तौर पर, अगर आप अंगूर का जूस पी रहे हैं और कोई दवाई भी खा रहे हैं तो हो सकता है कि आपका कोलेस्ट्रोल स्तर कम होने लगे या खून में दवाई का स्तर बढ़ने लगे.


4. टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क
2019 में आई एक स्टडी के मुताबिक, जो लोग फलों का जूस पीते हैं या मीठे ड्रिंक्स का सेवन करते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज की संभावना 16 प्रतिशत अधिक होती है. ऐसे में अगर आपको टाइप 2 डायबिटीज है तो जूस पीने के बजाए फल खाने को ज़्यादा तवज्जो दें क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर आपके शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं डालेगा. इसके अलावा, अगर पैकेटबंद और फ्लेवर्ड फ्रूट जूस की बात की जाए तो हमारी सलाह है कि इसे पीना बिलकुल छोड़ दें अन्यथा ये आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.


5. किडनी हो सकती है डैमेज
फल और सब्जियां पोटेशियम का बेहतरीन स्रोत होते हैं और इसमें मौजूद मिनरल ब्लड प्रेशर के रेगुलेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वहीं किडनी शरीर में मौजूद ज़रूरत से ज़्यादा पोटेशियम को बाहर निकालती है. अगर आपको किडनी की कोई समस्या है तो जूस पीने से परहेज करें क्योंकि जूस आपके शरीर में पोटेशियम की मात्रा को और ज़्यादा बढ़ाने का काम करते हैं. जिससे हार्ट अटैक जैसे गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. पोटेशियम वाले फल जैसे केला, अंगूर, एवोकाडो, खजूर, आम, गाजर, संतरा, अनार का जूस पीने से बचें.