Vastu Tips for Dough Kneading: रसोई हमारे घर का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. रसोई में किए जाने वाले सभी कार्यों का असर परिवार के प्रत्येक सदस्य की सेहत और तरक्की पर पड़ता है. कई बार जाने-अनजाने खाना बनाते समय हम ऐसी गलतियां कर जाते हैं जो वास्तु दोष का कारण बनती हैं.


यहां तक कि परिवार को ग्रहों के अशुभ प्रभाव भी झेलने पड़ते हैं. आमतौर पर महिलाएं वास्तु शास्त्र में आटा गूंथने के लिए कुछ खास नियम बताए गए हैं, जिनका पालन जरुर करना चाहिए, क्योंकि इसमें परिवार की खुशहाली का राज छिपा है.


आटा गूंथने के बाद उंगलियों के निशान क्यों बनाते हैं ? (Why we do fingerprint on Dough)


अक्सर घरों में देखा होगा कि आटा गूंथने के बाद महिलाएं उसमें उंगलियों के निशान जरुर बनाती हैं. दरअसल इसका संबंध पूर्वजों से जुड़ा है. गोल-गोल गूंथा आटा पिंड (Pind) के समान होता है. आटे के पिंड से पितरों के लिए भोजन बनाया जाता है.


ऐसे आटे की रोटियां खाने से पितर नाराज हो सकते हैं, परिवार पर पितृ दोष(Pitra dosh) का साया मंडराने लगता है. इसलिए आटा गूंथने के बाद उसमें उंगलियों से निशान जरुर बनाना चाहिए, ताकि वह खाने योग्य हो जाए.


आटा गूंथने के वास्तु टिप्स (Dough Kneading Rules)



  • रसोई और भोजन को बेहद पवित्र माना जाता है. वास्तु के अनुसार गृहणी को हमेशा स्नान के बाद ही रसोई में प्रवेश कर आटा गूंथना चाहिए. इससे लक्ष्मी जी (Laxmi ji) प्रसन्न रहती हैं.

  • आटा गूंथने के बाद उसे बहुत देर तक न रखें, जल्द ही रोटियां बना लें. गूंथकर रखे हुए आटे पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है. साथ ही कीटाणु(Germs) भी लग जाते हैं. इसकी रोटियां खाने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है. मानसिक परेशानियां होने लगती है.

  • बासी आटे की रोटियां नहीं बनानी चाहिए,बासी आटे का संबध राहु (Rahu) से माना गया है. इसकी रोटियां खाने से राहु मानिसक स्थिति को संतुलित नहीं रहने देता. क्लेश होते हैं.


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