Vishnu Aarti In Hindi: भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को सृष्टि के पालहार के नाम से भी जाना जाता है. कहते हैं कि श्री हरि (Shri Hari) की इस दुनिया को चलाने वाले हैं. ऐसे में हर दिन की शुरुआत भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के नाम के साथ ही की जाए, तो उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. लेकिन अगर आप नियमित रूप से ऐसा नहीं कर सकते, तो गुरुवार के दिन अवश्य भगवान विष्णु की पूजा (Lord Vishnu Puja) और आरती आदि करनी चाहिए. 


नए माह माघ (Magh Month) की शुरुआत हो चुकी है और इस माह में गंगा स्नान, भगवान सूर्य औरर भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है. कहते हैं कि इस माह में जो लोग संगम तट पर कल्पवास (Magh Month Kalpwas) करते हैं वे विष्णु जी के सत्यनारायण रूप का पूजन करते हैं. गुरुवार का दिन श्री हरि को समर्पित है. आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना आदि करनी चाहिए. व्रत करना चाहिए और अंत में आरती भी अवश्य करें. ऐसा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. 


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भगवान विष्णु की आरती (Lord Vishnu Aarti In Hindi)


ओम जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।


भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥


जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।


सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥


ओम जय जगदीश हरे...॥


मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।


तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी॥


ओम जय जगदीश हरे...॥


तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी।


पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥


ओम जय जगदीश हरे...॥


तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।


मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥


ओम जय जगदीश हरे...॥


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तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।


किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥


ओम जय जगदीश हरे...॥


दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।


अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥


ओम जय जगदीश हरे...॥


विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।


श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥


ओम जय जगदीश हरे...॥


तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।


तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥


ओम जय जगदीश हरे...॥


जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।


कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥


ओम जय जगदीश हरे...॥ 


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