Vastushastra for Bed: आजकल स्थान के अभाव में बिस्तर के नीचे दीवाननुमा बनाकर उसमें सामान भर लेते हैं. ऐसा करना वास्तुशास्त्र के अनुसार दोष माना जाता है. इसका प्रभाव नींद में रुकावट आना और रासायनिक असंतुलन के रूप में पड़ता है. परिवार में सुख-शांति कम होती है.

वास्तुशास्त्र के मुताबिक बिस्तर के नीचे हवादार स्वच्छ स्थिति होना चाहिए. इससे सकारात्मकता का संचार होता है. व्यक्ति अच्छी नींद लेता है. नकारात्मक ऊर्जा से बचाव होता है. बिस्तर को कक्ष के कोने में दीवार से सटाकर लगाने से बचना चाहिए. इससे भी वायु का प्रवाह प्रभावित होता है.

कुछ लोग बिस्तर के नीचे झाड़ू इत्यादि रख देते है. ऐसा भूलकर भी न करें. इससे आर्थिक पक्ष प्रभावित होता है. कलह अनाज्ञा बढ़ते हैं. बिस्तर सुव्यवस्थित समतल होना चाहिए. कोई भी भाग अधिक उभरा या गड्ढानुमा नहीं होना चाहिए.

गद्दा चादर के नीचे कुछ नहीं रखा जाना चाहिए. नित्यप्रति सुबह सोकर उठने के बाद शैया को संवारना चाहिए. बेड को घर या कक्ष के दक्षिणी एवं पश्चिमी हिस्से में रखा जाना चाहिए. पलंग लकड़ी का होना चाहिए.

उत्तर या उत्तर-पूर्व में भारी वस्तुओं को रखा जाना निषेध बताया गया है. पलंग भारी वस्तुओं में आता है. आपके सोने के दौरान यह और भारी बन जाता है. अतः इसे दक्षिण-पश्चिम में रखना सबसे अच्छा होता है. बिस्तर के किसी भी कोने से कोई आइना नजर नहीं आना चाहिए. पैरों की ओर खिड़की दरवाजा नहीं होना चाहिए. घर या कक्ष के मध्य भाग में पलंग न हो. इसका ध्यान रखा जाना चाहिए.