Shukra Gochar 2025: शुक्र ग्रह तुला राशि में गोचर कर रहा है. 2 नवंबर से 26 नवंबर 2025 तक लग्जरी लाइफस्टाइल का कारक माने जाने वाला शुक्र तुला राशि में ही रहेगा. तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है. इसलिए ये गोचर सामान्य घटना नहीं है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण काल है. 

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ज्योतिष ग्रंथों में शुक्र ग्रह को धन, सौंदर्य और सुख-संपन्नता का स्वामी कहा गया है, और तुला उसकी अपनी राशि है. जब कोई ग्रह अपने ही घर में आता है, तो उसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है. यही कारण है कि इस अवधि में बाजारों में स्थिरता और निवेश का उत्साह दिखाई देता है. फलदीपिका में कहा गया है कि शुक्रो यदि स्वगृहे तिष्ठेत् सौख्यं ददाति निश्चितम्, यानी जब शुक्र अपनी राशि में होता है, तो सुख, सौंदर्य और वाणिज्य में वृद्धि होती है. यह श्लोक सीधे इस बात की पुष्टि करता है कि व्यापार, उपभोग और धनागमन बढ़ेगा.

वर्तमान समय में इस गोचर का असर सबसे पहले लक्ज़री, फैशन, ज्वेलरी, ऑटोमोबाइल और रियल एस्टेट सेक्टर पर दिखेगा. जातक पारिजात की मानें तो शुक्रे धन-संचये वृद्धिर्भवति यानी शुक्र के बलवान होने से धन-संग्रह और संपत्ति में वृद्धि होती है. यही वजह है कि नवंबर 2025 के इस काल में Gold ETF, Silver और Luxury Goods में तेजी संभव है. Sensex में भी सुधार के संकेत मिल सकते हैं क्योंकि निवेशक सुरक्षित और सुंदर विकल्पों की ओर रुख करेंगे. तुला राशि वाणिज्य और संतुलन की राशि है, इसलिए यह गोचर बाजार में स्थिरता और उपभोग के बीच संतुलन लाने वाला साबित हो सकता है.

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सारावली में लिखा है कि शुक्रे तुलायां तिष्ठति रथविक्रयः प्रबलो भवति, अर्थात जब शुक्र तुला में हो तो वाहन बिक्री में तेजी आती है. इस दृष्टि से ऑटोमोबाइल सेक्टर, खासकर EV और Luxury Segment में नए मॉडल और उच्च बिक्री संभव है. वहीं बृहत संहिता कहती है कि शुक्र स्वगृहे स्थितः स्यात् तदा धनवृद्धिः, जनसौख्यं च. यह श्लोक बताता है कि जब शुक्र अपने घर में होता है, तब धन और जनता का सुख दोनों बढ़ते हैं. इससे संकेत मिलता है कि Real Estate और गृह-सज्जा से जुड़े उद्योगों में निवेश बढ़ेगा.

शुक्र का यह गोचर उपभोक्ता मनोविज्ञान पर भी असर डालता है. लोग सिर्फ उपयोगिता नहीं, बल्कि सुंदरता और अनुभव के लिए भी खर्च करते हैं. यही कारण है कि यह समय Experience Economy को और गहरा बनाएगा. भविष्योत्तर पुराण में वर्णन मिलता है कि शुक्रे तुलायां स्थिते पृथिव्यां सौख्यम् उपजायते, यानी जब शुक्र तुला में होता है, तब धरती पर सुख और समृद्धि बढ़ती है. इस दौरान उपभोक्ताओं में सौम्यता, कलाकारों में रचनात्मकता, और बाजार में सौंदर्य का भाव देखने को मिलेगा.

कुल मिलाकर, यह गोचर अर्थव्यवस्था के लिए एक Silent Boom की तरह काम करेगा. Sensex में सुधार, Gold ETF में चमक, फैशन और ज्वेलरी की मांग में उछाल, तथा रियल एस्टेट में निवेश के अच्छे संकेत दे रहा है. बृहत संहिता अनुसार शुक्रे तुलायां स्थिते सर्ववणिज्य-वृद्धिकरः. अर्थात जब शुक्र तुला में होता है, तब हर प्रकार का व्यापार फलता-फूलता है. यही कारण है कि नवंबर 2025 को ज्योतिषीय दृष्टि से सुंदरता से कमाई का महीना कहा जाएगा, जहां लाभ सिर्फ संख्याओं में नहीं, बल्कि आकर्षण और अनुभव में भी झलकेगा.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.