Rudraksh Benefits: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष (Rudraksh) के मनके को बहुत पवित्र माना गया है. हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का आधात्मिक और ज्योतिष महत्व है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसू से हुई थी. इसलिए रुद्राक्ष को भोलेनाथ का स्वरुप माना गया है. रुद्राक्ष पर पड़ी हुई लाइनें बताती हैं कि वे कितने मुखी रुद्राक्ष है. 1 से लेकर 21 तक के रुद्राक्ष होते हैं. 

रुद्र का अर्थ है शिव और अक्ष का अर्थ है आंखें. शिव पुराण में रुद्राक्ष की उत्पत्ति को भगवान शिव के आंसू के रूप बताया गया है. प्राणियों के कल्याण के लिए जब कई सालों तक ध्यान करने के बाद भगवान शिव ने आंखें खोलीं, तब आंसुओं की बूंदे गिरीं और घरती मां ने रुद्राक्ष के पेड़ों को जन्म दिया. रुद्राक्ष के मानसिक और शारीरिक लाभ भी मिलते हैं. लेकिन किसी ज्योतिष आदि से सलाह के बाद ही इसे धारण करना चाहिए. ताकि इसका पूरा लाभ प्राप्त हो सके. आइए जानते हैं रुद्राक्ष धारण करने के लाभ. 

रुद्राक्ष के लाभ (Rudraksh Benefits) - मान्यता है कि रुद्राक्ष शरीर में शक्ति उत्पन्न करता है, जो रोगों से लड़ता है. वहीं, आयुर्वेद के अनुसार रुद्राक्ष शरीर को मजबूत बनाता है. इतना ही नहीं, रक्त की अशुद्धियों को दूर कर, मानव शरीर के अंदर के साथ-साथ बाहर के बैक्टीरिया भी दूर भगाता है. रुद्राक्ष सिर दर्द, खांसी, लकवा, ब्लड प्रेशर और हृदय रोग से संबंधी समस्याओं को भी दूर करने में लाभदायक है.

- कहते हैं कि रुद्राक्ष धारण करने से चेहरे पर चमक आती है. व्यक्तित्व शांत और आकर्षक हो जाता है. बता दें कि जप के लिए रुद्राक्ष की माला का इस्तेमाल किया जाता है. 

- धार्मिक मान्यता है कि रुद्राक्ष को धारण करने से वर्तमान जीवन में कठिनाइयों का कारण बनने वाले पूर्व जन्म के पापों का नाश होता है. रुद्राक्ष धारण करने से भगवान रुद्र का रूप प्राप्त किया जा सकता है. इतना ही नहीं, कहते हैं कि रुद्राक्ष सभी पापों से छुटकारा पाने में मदद करता है और जीवन में लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलती है. 

- रुद्राक्ष धारण करने से बुराई और नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं. 

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