Raksha Bandhan 2025: अगस्त को इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व पूरे देश में मनाया जाएगा. इस अवसर पर बहनों द्वारा अपने भाइयों के कलाई पर राखी बांधी जाती है. उनके दीर्घायु और समृद्ध जीवन के लिए ईश्वर से प्रार्थना की जाती है. प्राचीन समय से इस परंपरा का निर्वहन किया जाता रहा है.
ऐसे में इस दिन शुभ मुहूर्त पर ही बहनों द्वारा भाइयों के कलाई पर राखी बांधी जाती है. एबीपी न्यूज ने काशी के ज्योतिषविद पं संजय उपाध्याय से रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त को लेकर खास बातचीत की है.
सूर्योदय से लेकर दोपहर तक है शुभ मुहूर्त काशी के ज्योतिषविद पं. संजय उपाध्याय ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि, 9 अगस्त को संपूर्ण भारतवर्ष और अन्य देशों में भी भाई-बहन का सबसे प्रमुख त्यौहार रक्षाबंधन मनाया जाएगा. इस अवसर पर शुभ मुहूर्त की अवधि है जिसमें रक्षा सूत्र बांधना विशेष फलदायी है.
9 अगस्त को सूर्योदय के बाद प्रातः 5:29 से दोपहर 01:24 तक राखी बांधने के लिए सबसे अच्छा मुहूर्त है. इससे पहले भद्रा है. इस अवधि में बहनों द्वारा भाइयों के सर पर एक वस्त्र रखकर, टीका चंदन अक्षत लगाकर उन्हें राखी बांधनी चाहिए.
इसके अलावा उन्हें खीर अथवा मिष्ठान भी खिलाना चाहिए. एक दूसरे के दीर्घायु और समृद्ध जीवन के लिए इस अवधि में ईश्वर से प्रार्थना करना अति महत्वपूर्ण है.
बहनों को भाई के लिए करना चाहिए विष्णु जी की पूजा रक्षाबंधन त्यौहार को लेकर पं. संजय उपाध्याय बताते हैं कि, इस शुभ मुहूर्त में प्रयास करना है कि बहनों द्वारा अपने भाइयों के कलाई पर राखी बांधी जाए. इसके अलावा दोनों लोगों को भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए, उनका ध्यान करना चाहिए.
इससे भाई बहनों का संबंध और भी मजबूत होता है तथा एक दूसरे को आरोग्यवान और समृद्ध जीवन की प्राप्ति होती है.
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