Sumvar Remedy: कहते हैं कि भगवान शिव की सच्चे दिल से अराधना की जाए तो वे बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने से वे भक्तों के संकट दूर कर देते हैं. कहते हैं कि भगवान शिव से भक्तों के कष्ट और संकट नहीं देखे जाते. सच्ची निष्ठा और श्रद्धाभाव से जो भी पूजन करता है भगवना शिव उनके सारे दुख दूर कर देते हैं. सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है. कहते हैं कि अगर सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना और उपवास आदि किए जाए तो भक्तों की प्रार्थना भगवान जल्दी सुनते हैं.


इस सोमवार यानी 4 अक्टूबर को त्रयोदिशी और चतुर्दशी एक साथ पड़ने के कारण विशिष्ट संयोग बन रहा है. इस दिन मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत दोनों एक साथ पड़ने के कारण कल का दिन काफी शुभ है. भगवान शिव के प्रिय प्रदोष व्रत और शिवरात्रि का संयोग अति विशिष्ट है. इस दिन भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है. ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन भगवान शिव के 108 नाम मंत्रों का रुद्राक्ष की माला से जाप करके उनका पंचाभिषेक करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.   


भगवान शिव के 108 नाम मंत्र (Lord Shiv 108 Name Mnatra)


1-ऊँ भोलेनाथ नमः


2-ऊँ कैलाश पति नमः


3-ऊँ भूतनाथ नमः


4-ऊँ नंदराज नमः


5-ऊँ नन्दी की सवारी नमः


6-ऊँ ज्योतिलिंग नमः


7-ऊँ महाकाल नमः


8-ऊँ रुद्रनाथ नमः


9-ऊँ भीमशंकर नमः


10-ऊँ नटराज नमः


11-ऊँ प्रलेयन्कार नमः


12-ऊँ चंद्रमोली नमः


13-ऊँ डमरूधारी नमः


14-ऊँ चंद्रधारी नमः


15-ऊँ मलिकार्जुन नमः


16-ऊँ भीमेश्वर नमः


17-ऊँ विषधारी नमः


18-ऊँ बम भोले नमः


19-ऊँ ओंकार स्वामी नमः


20-ऊँ ओंकारेश्वर नमः


21-ऊँ शंकर त्रिशूलधारी नमः


22-ऊँ विश्वनाथ नमः


23-ऊँ अनादिदेव नमः


24-ऊँ उमापति नमः


25-ऊँ गोरापति नमः


26-ऊँ गणपिता नमः


27-ऊँ भोले बाबा नमः


28-ऊँ शिवजी नमः


29-ऊँ शम्भु नमः


30-ऊँ नीलकंठ नमः


31-ऊँ महाकालेश्वर नमः


32-ऊँ त्रिपुरारी नमः


33-ऊँ त्रिलोकनाथ नमः


34-ऊँ त्रिनेत्रधारी नमः


35-ऊँ बर्फानी बाबा नमः


36-ऊँ जगतपिता नमः


37-ऊँ मृत्युन्जन नमः


38-ऊँ नागधारी नमः


39- ऊँ रामेश्वर नमः


40-ऊँ लंकेश्वर नमः


41-ऊँ अमरनाथ नमः


42-ऊँ केदारनाथ नमः


43-ऊँ मंगलेश्वर नमः


44-ऊँ अर्धनारीश्वर नमः


45-ऊँ नागार्जुन नमः


46-ऊँ जटाधारी नमः


47-ऊँ नीलेश्वर नमः


48-ऊँ गलसर्पमाला नमः


49- ऊँ दीनानाथ नमः


50-ऊँ सोमनाथ नमः


51-ऊँ जोगी नमः


52-ऊँ भंडारी बाबा नमः


53-ऊँ बमलेहरी नमः


54-ऊँ गोरीशंकर नमः


55-ऊँ शिवाकांत नमः


56-ऊँ महेश्वराए नमः


57-ऊँ महेश नमः


58-ऊँ ओलोकानाथ नमः


59-ऊँ आदिनाथ नमः


60-ऊँ देवदेवेश्वर नमः


61-ऊँ प्राणनाथ नमः


62-ऊँ शिवम् नमः


63-ऊँ महादानी नमः


64-ऊँ शिवदानी नमः


65-ऊँ संकटहारी नमः


66-ऊँ महेश्वर नमः


67-ऊँ रुंडमालाधारी नमः


68-ऊँ जगपालनकर्ता नमः


69-ऊँ पशुपति नमः


70-ऊँ संगमेश्वर नमः


71-ऊँ दक्षेश्वर नमः


72-ऊँ घ्रेनश्वर नमः


73-ऊँ मणिमहेश नमः


74-ऊँ अनादी नमः


75-ऊँ अमर नमः


76-ऊँ आशुतोष महाराज नमः


77-ऊँ विलवकेश्वर नमः


78-ऊँ अचलेश्वर नमः


79-ऊँ अभयंकर नमः


80-ऊँ पातालेश्वर नमः


81-ऊँ धूधेश्वर नमः


82-ऊँ सर्पधारी नमः


83-ऊँ त्रिलोकिनरेश नमः


84-ऊँ हठ योगी नमः


85-ऊँ विश्लेश्वर नमः


86- ऊँ नागाधिराज नमः


87- ऊँ सर्वेश्वर नमः


88-ऊँ उमाकांत नमः


89-ऊँ बाबा चंद्रेश्वर नमः


90-ऊँ त्रिकालदर्शी नमः


91-ऊँ त्रिलोकी स्वामी नमः


92-ऊँ महादेव नमः


93-ऊँ गढ़शंकर नमः


94-ऊँ मुक्तेश्वर नमः


95-ऊँ नटेषर नमः


96-ऊँ गिरजापति नमः


97- ऊँ भद्रेश्वर नमः


98-ऊँ त्रिपुनाशक नमः


99-ऊँ निर्जेश्वर नमः


100 -ऊँ किरातेश्वर नमः


101-ऊँ जागेश्वर नमः


102-ऊँ अबधूतपति नमः


103 -ऊँ भीलपति नमः


104-ऊँ जितनाथ नमः


105-ऊँ वृषेश्वर नमः


106-ऊँ भूतेश्वर नमः


107-ऊँ बैजूनाथ नमः


108-ऊँ नागेश्वर नमः


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