Margashirsha Vinayak Chaturthi 2023: शास्त्रों में विनायक चतुर्थी की विशेष महीमा बताई गई है. ये व्रत हर संकट-विपदा से साधक की रक्षा करता है.विनायक चतुर्थी का व्रत करने के घर सुख-समृद्धि की कोई कमी नहीं होती. इस बार मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी 16 दिसंबर 2023 को शनिवार के दिन पड़ रही है.

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शनिवार शनि देव का दिन है. जानकारों के अनुसार ये दिन बहुत खास माना जा रहा है. समस्त पाप, संताप से बचने के लिए मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी पर ये उपाय करना न भूलें.

शनिवार और विनायक चतुर्थी का संयोग

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शनिदेव जनता के कारक हैं. भगवान गणेश विघ्नहर्ता हैं. पुराणों में कहा बताया गया है कि घोर कलियुग में भगवान गणेश धूम्रकेतु पापियों का संहार करने आएंगे और अपने भक्तों के संताप हरेंगे. गणेश जी का एक नाम धूम्रकेतु भी है. ये नीले रंग के घोड़े पर सवार होकर आएंगे, भगवान धूम्रकेतु के देह से नीली ज्वालाएं उठेंगी और अधर्मियों का नाश हो जाएगा. शनिदेव भी नीलवर्णी हैं. पाप करने वालों को दंड देते हैं. ऐसे में मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी पर शनिवार का यह संयोग भी समस्त पाप, दुख और संताप हरने वाला है.

मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी पर करें ये काम

भगवान गणपति के धूम्रकेतु रूप की पूजा - मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी पर श्रीगणेश को सिंदूर, चंदन, यज्ञोपवीत, दूर्वा, लड्डू या गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाएं. भगवान धूम्रकेतु का ध्यान करें और फिर आरती कर दें. नव ग्रहों को शांत करने के लिए सबसे उत्तम उपाय है.

बहुत खास है ये स्तुति - मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी पर गणेश द्वादश स्तोत्र का पाठ करने से बड़े से बड़ा संकट भी टल जाता है. इसके अलावा इस दिन शनि स्तोत्र का पाठ भी करें. मान्यता है इससे समस्त बाधाएं खत्म हो जाएंगे. विरोधी कभी काम के आड़े नहीं आएगा.

सुमुखश्चैकदन्तश्च कपिलो गजकर्णकः।

लम्बोदरश्च विकटो विघ्ननाशो विनायकः।।

धूम्रकेतुर्गणाध्यक्षो भालचन्द्रो गजाननः।

द्वादशैतानि नामानि यः पठेच्छृणुयादपि।।

विद्यारम्भे विवाहे च प्रवेशे निर्गमे तथा।

संग्रामे संकटे चैव विघ्नस्तस्य न जायते।।

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