महावीर हनुमान सदा अपने भक्तों की रक्षा करते हैं. जो भी व्यक्ति हनुमान जी के शरण में जाता है समझो उसे कोई बाधा छू नहीं सकती है. कलियुग में हनुमानजी की भक्ति ही लोगों को दुख और संकट से बचाने में सक्षम हैं.
प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ने से सभी संकट दूर होते हैं. मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन व्रत करने से और इसी दिन हनुमान-पाठ, जप, अनुष्ठान आदि प्रारंभ करने से त्वरित फल प्राप्त होता है. हनुमानजी की भक्ति और हनुमान चालीसा पढ़ने से इन 10 तरह की बाधाओं से बचा सकता है.
भयमुक्त जीवन: यदि आप में किसी भी कारण से कोई डर बैठा हुआ है. तो आप 'हं हनुमंते नम:' का रात को सोने से पूर्व हाथ-पैर और कान-नाक धोकर पूर्वाभिमुख होकर 108 बार जप करके सो जाएं. कुछ ही दिनों में धीरे-धीरे आपमें निर्भीकता का संचार होने लगेगा.
शनि और ग्रह बाधा: हनुमानजी की जिन पर कृपा होती है, उनका शनि और यमराज भी बाल बांका नहीं कर सकते. प्रति मंगलवार हनुमान मंदिर जाएं और शराब व मांस के सेवन से दूर रहें. शनिवार को सुंदरकांड या हनुमान चालीसा पाठ करने से शनि भगवान आपको लाभ देने लगेंगे.
रोग और शोक : नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥25॥ अर्थात वीर हनुमानजी! आपका निरंतर जप करने से सब रोग चले जाते हैं और सब पीड़ा मिट जाती है.
कोर्ट-कचहरी मुक्ति : हर कोई चाहता है कि पुलिस और कोर्ट-कचहरी के मामलों में कभी न फंसना पड़े, लेकिन कई बार ना चाहते हुए भी व्यक्ति किसी न किसी विवाद में फंस जाता है. चाहे पारिवारिक विवाद हो, संपत्ति को लेकर अपनों से झगड़ा हो या फिर बाहर कोई उलझन. यदि आप हनुमान जी की शरण में जाते हैं तो आपको इन सभी झंझटों से मुक्ति मिल जाता है.
शत्रुओं से रक्षा: श्रीबजरंग बाण आपको शत्रुओं से बचाता है. इसका पाठ एक जगह बैठकर अनुष्ठानपूर्वक 21 दिन तक करना चाहिए और हमेशा सच्चाई के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए, क्योंकि हनुमानजी सिर्फ सच्चे और पवित्र लोगों का ही साथ देते हैं. 21 दिन में तुरंत फल मिलता है.
घटना-दुर्घटना से बचना: हनुमानजी आपको सभी तरह की घटना और दुर्घटना से बचा लेते हैं. इसके लिए आप सदा उनकी शरण में रहकर प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ते रहे. कभी कभी सुंदरकांड भी पढ़े और बजरंग बाण भी. इसके अलावा साबर मंत्रों को भी ज्ञान प्राप्त कर लें.
मंगल दोष : हनुमान भक्ति आपको मंगल दोष से उभार सकती है. मंगलवार के दिन व्रत रखकर सिंदूर से हनुमानजी की पूजा करने एवं हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगल दोष शांत होता है. इसके अलावा लाल वस्त्र में मसूर दाल, रक्त चंदन, रक्त पुष्प, मिष्टान एवं द्रव्य लपेट कर नदी में प्रवाहित करने से मंगल का अमंगल दूर होता है.
कर्ज से मुक्ति : कर्ज चुकाना एक बहुत बड़ी चुनौति होती है लेकिन यदि आप पर हनुमान जी की कृपा रहती है तो आप तुरंत कर्ज से मुक्त हो सकते हैं. मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करके हनुमान मंदिर में नारियल रखना अच्छा माना जाता है. आटे के बने दीपक को बढ़ के पत्ते पर रखकर जलाएं. ऐसे पांच पत्तों पर पांच दीपक रखें और उसे ले जाकर हनुमानजी के मंदिर में रख दें. ऐसा कम से कम 11 मंगलवार को करें.
नौकरी: हनुमान जयंती के दिन सुंदरकांड का पाठ करें. प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और प्रति मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर जाएं. हो सके तो पांच शनिवार को हनुमानजी को चोला चढ़ाएं.
तनाव: मन ही मन हनुमानजी के मंत्र 'ॐ हनुमते नम:' या 'ॐ हनुमंते नम:' का जप करते रहना चाहिए. रात में सोते समय उसे 108 बार इस मंत्र का जप करके सो जाना चाहिए और सुबह उठकर नित्यकर्म से निपटने के बाद एक आसन पर बैठकर इस मंत्र का जप करना चाहिए. धीरे-धीरे भय, चिंता, तनाव और आशंका मिटने लगेंगे.
यह भी पढ़ें:
महाभारत: शिशुपाल प्रसंग की सीख, अंहकारी होना और किसी का अपमान करना अपने विनाश को न्योता देना है