Mahabharat Katha : महाभारत वेदव्यास ऋषि कृष्ण द्वैपायन वेद व्यास द्वारा रचित महाग्रंथ था. जिसे गणेशजी ने लिखा था, माना जाता है कि इसे लिखने में तीन साल से अधिक समय लगा था. इसके प्राचीन काल से अब तक तीन नाम हैं.  महाभारत की रचना करीब 3100 ईसा पूर्व की मानी जाती है. प्राचीन काल में जयसहिंता का नाम मिला था. इससे पहले इसे भारत महाकाव्य भी कहा गया. इस महाग्रंथ की विशालता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि महाभारत में करीब 1,10,000 श्लोक हैं. यह महाकाव्य जयसहिंता, भारत और महाभारत इन 3 नामों से लोकप्रिय हैं. वेदव्यास ने इसकी रचना की, तब इसे ‘जय महाकाव्य’ के नाम से जाना गया. मगर वेदव्यास के सुझाव पर उनके शिष्य ने एक यज्ञ समारोह में इसे ऋषि-मुनियों के सामने रखा, जहां से यह भारत के नाम से प्रसिद्ध हुआ.

महाभारत की सबसे बड़ी घटनाएं- शांतनु पुत्र देवव्रत द्वारा भीष्म प्रतिज्ञा लेकर भीष्म बन जाना.- पांडु, माद्री का जंगल में निधन, इसके बाद कुंती का हस्तिनापुर आना.- दुर्योधन ने भीम को जहर देकर नदी में फेंक दिया.- पांडवों को मारने के लिए लाक्षागृह बनवाना.- द्रौपदी का पांचों भाइयों से विवाह.- इंद्रप्रस्थ निर्माण, द्रौपदी का दुर्योधन पर अंधे का पुत्र अंधा का तंज - पांडवों का जुआ हारना और द्रौपदी का राजसभा में चीरहरण होना.- पांडवों का वनवास जाना, भीम का हनुमानजी और अर्जुन का उर्वशी से मिलना.- पांडवों की इंद्रप्रस्थ की मांग दुर्योधन का ठुकराना.- श्रीकृष्‍ण द्वारा शांति प्रस्ताव रखना और पांच गांव मांगना.- वेदव्यास द्वारा धृतराष्ट्र को समझाना कि युद्ध रोक दो.- कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्‍ण ने गीता ज्ञान दिया.- अर्जुन ने भीष्म का शरीर छलनी किया.- धृष्टद्युम्न ने द्रोणाचार्य का शीश काटा.- शकुनि, दुशासन और कर्ण का वध.- भीम से गदा युद्ध में दुर्योधन का वध.

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