स्वास्तिक...एक ऐसा चिन्ह जिसे हर शुभ कार्य में ज़रुर अंकित किया जाता है. ये शुभता का प्रतीक माना जाता है. यह ‘सु’ और ‘अस्तिका’ से मिलकर बना है जिसमें सु का अर्थ है शुभ व अस्तिका से तात्पर्य है होना. अतः स्वास्तिक का अर्थ हुआ शुभ होना ..या शुभ हो. इसीलिए हिंदू धर्म में हर शुभ व मंगल कार्य में स्वास्तिक को अंकित जरुर किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्वास्तिक से गणेश जी का खास संबंध है? अगर नहीं तो चलिए हम आपको इस रिपोर्ट में इसके बारे में बताते हैं. 

गणेश जी का ही रूप है स्वास्तिक

माना गया है कि स्वास्तिक गणेश जी का ही रूप है. स्वास्तिक का बाएं तरफ का हिस्सा गं बीज मंत्र होता है जिसे गणपति का स्थान माना गया है. आपने हमेशा देखा होगा कि स्वास्तिक के बीचों बीच चार टीके लगाए जाते हैं ये गौरी, पृथ्वी, कूर्म व देवताओं के निवास स्थान माने गए हैं. इसीलिए ऐसी मान्यता है कि स्वास्तिक जहां भी बनाया जाए वहां गणेश का निवास हो जाता है और वो जगह अत्यंत शुभ व मंगलदायक हो जाती है. 

वास्तु दोषों को दूर करता है स्वास्तिक 

स्वास्तिक का निर्माण केवल शुभता का ही परिचायक नहीं होता बल्कि इसके कई उपाय आपको सुख समृद्धि, खुशहाली व सफलता दिला सकते हैं. 

1. सुख समृद्धि के लिए 

अगर आप अपने जीवन में सुख समृद्धि लाना चाहते हैं तो घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक ज़रुर बनाएं क्योंकि इससे साक्षात् गणेश जी की कृपा आप पर बनी रहती है. 

2. बुरे सपनों से बचने के लिए

कई बार व्यक्ति को नींद ना आने की समस्या का सामना करना पड़ता है तो इसका कारण कई बार बुरे सपने भी हो सकते हैं. ऐसे में सोने से पहले तर्जनी उंगली से स्वास्तिक बनाएं और फिर सोए. इससे नींद ना आने व बुरे सपनों की परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है. 

3. बिजनेस में नुकसान से बचने के लिए

अगर बिजनेस में नुकसान हो रहा है या लाख कोशिशों के बावजूद आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं तो 7 गुरुवार तक ईशान कोण को साफ कर उसे गंगाजल से धो लें और वहां पर सूखी हल्दी से स्वास्तिक बनाएं. पंपोपचार पूजा करें और गुड़ का भोग लगाएं. वहीं इन सबके अलावा कार्यस्थल पर उत्तर दिशा में स्वास्तिक बनाए. शुभ फलों की प्राप्ति अवश्य होगी.     

4. काले रंग का स्वास्तिक देगा शुभ फल

आमतौर पर लोग काले रंग को शुभ नहीं मानते लेकिन आप ये जानकर हैरान होंगे कि काले रंग का स्वास्तिक जिसे कोयले से बनाया जा सकता है, अति शुभ होता है. इससे नेगेटिव एनर्जी दूर होती है और चारों ओर सकारात्मकता का वास होता है.