Chhath Pooja 2021: छठ पूजा परिवार की खुशहाली, स्वास्थ्य और संपन्नता के लिए रखा जाता है. चार दिन के इस व्रत पूजन की कुछ विधाएं बेहद कठिन मानी गई हैं, खास तौर पर 36 घंटे का निर्जला व्रत. इसके अलावा भी इस व्रत को संपूर्ण करने के लिए कुछ कड़े नियम कानून हैं, जिनके पालन में चूक होने पर माता छठी रुष्ट हो सकती हैं. आइए जानते हैं छठ पूजा से जुड़े कुछ अहम नियम-कायदे. 

Continues below advertisement

बच्चों को रखें दूर

पूजा का कोई भी सामान छोटे बच्चों को न छूने दें, वो बिना हाथ धोएं गंदे हाथों से सामान छू सकता हैं. अगर वो ऐसा कर देते हैं तो उस सामान को दोबारा इस्तेमाल न करें. वहीं, अगर बच्चे प्रसाद खाने की जिद्द करें तो बच्चों को तब तक प्रसाद न दें, जब तक पूजा संपन्न न हो जाए.

Continues below advertisement

नकारात्मकता दूर रखें

छठ पूजा के दौरान व्रती या परिवार के सदस्यों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए. वाद विवाद की स्थिति से बचें और किसी के साथ झगड़ा भी नहीं करना चाहिए. इससे मन में नकारात्मकता भर जाती है.

1. छठ पर्व के दौरान पूरे दिनों तक व्रती समेत पूरे परिवार को प्याज और लहसुन का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.2. छठ पूजा में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, पूजा की किसी भी चीज को छूने से पहले हाथ जरूर धो लें.3. जो महिलाएं छठ मैय्या का व्रत रखती हैं, वह पूरे चार दिन पलंग या चारपाई पर भूलकर न सोएं. व्रत के दौरान जमीन पर कपड़ा बिछाकर सोना चाहिए.4. सूर्यदेव को अर्घ्य देना बेहद जरूरी है. इसलिए चांदी, स्टील या प्लास्टिक बर्तन इस्तेमाल न करें.5. छठ का प्रसाद बनाते समय व्रती को खुद कुछ नहीं खाना चाहिए.6. प्रसाद बनाने के लिए ऐसी जगह चुनें, जहां पहले खाना न बनता हो.7. साफ-सुथरे और शुद्ध कपड़े ही पहनें. गंदे कपड़े पहनना अशुभ होता है.8. आपने छठ मैय्या का व्रत रखा है तो अर्घ्य देने से पहले कुछ न खाएं.9. छठ व्रत रखने वाले मांस, मदिरा से दूर रहें, अन्यथा मैय्या रुष्ट हो जाएंगी.10. छठ पूजा के दिनों में फल न खाएं. पूजा खत्म करके ही फलों का सेवन करें.

इन्हें पढ़ें

Tulsi Pujan: कार्तिक में तुलसी पूजन के दौरान अपनाएं ये उपाय

Diwali 2021: दिवाली की रात इन 5 जीवों का दिखाना होता है शुभ