Chanakya Niti Hindi: चाणक्य की चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को पहचानने में कभी धोखा नहीं खाना चाहिए. जो व्यक्ति इंसान को परखने की क्षमता रखता है वह व्यक्ति जीवन में कभी असफलता का मुंह नहीं देखता है. ऐसे लोगों को धोखा देने भी मुश्किल होता है.


चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को तभी धोखा मिलता है जब वह अपने आसपास रहने वाले इंसानों को समझने में गलती करता है. व्यक्ति को धन हानि को बर्दाश्त कर सकता है लेकिन जब कोई करीबी व्यक्ति धोखा देता है तो व्यक्ति टूट जाता है. ऐसी स्थिति में स्वयं को संभाल पाना मुश्किल होता है. इसलिए इंसान को परखने में कभी भी गलती नहीं करना चाहिए. इंसान को कैसे पहचाना जाए, इसके बारे में चाणक्य ने कुछ जरूरी बातें बताई हैं. इन बातों को जानने के बाद इस परेशानी से बचा जा सकता है.


स्वार्थी व्यक्ति से दूर रहें, मिल सकता है धोखा
चाणक्य नीति कहती है कि स्वार्थी व्यक्ति से हमेशा दूर रहना चाहिए. स्वार्थी व्यक्ति सिर्फ अपना लाभ देखता है और समय आने पर किसी को भी धोखा दे सकता है. ऐसे व्यक्तियों के लिए लाभ ही सबकुछ होता है. स्वार्थी व्यक्ति कठोर हृदय का होता है और समय आने पर गंभीर से गंभीर नुकसान पहुंचाने से नहीं चूकता है. इसलिए स्वार्थी व्यक्ति से सावधान रहना चाहिए. स्वार्थी व्यक्ति हमेशा अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए सामने वाले की तारीफ करेगा, कभी भी गलत कार्य को करने से नहीं रूकेगा और वही बात करेगा जो सामने वाले के कानों को प्रिय लगे.


पद, प्रतिष्ठा और धन देखकर दोस्ती करने वालों से सावधान रहें
चाणक्य के अनुसार इंसान वही अच्छा होता है जो दिल से मित्रता करें. जो व्यक्ति पद, प्रतिष्ठा और धन की स्थिति को देखकर दोस्ती का हाथ बढ़ाए, ऐसे व्यक्ति से सदैव सर्तक रहें. ऐसे व्यक्ति सिर्फ पद और प्रतिष्ठा को ध्यान में रखकर नजदीकी बढ़ाते हैं. सभी जानते हैं कि पद और प्रतिष्ठा कभी भी स्थाई नहीं रहती है. इसीलिए इन चीजों के जाते ही ऐसे लोग दूरी बना लेते हैं. इसलिए ऐसे लोगों को कभी भी नजदीक नहीं आने देना चाहिए.


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