भगवान शिव की महिमा बड़ी निराली है. कहते हैं हिंदू धर्म में महादेव एक ऐसे देव हैं, जो बहुत ही दयालु और कृपालु हैं. ये एक लोटे जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त प्रदोष व्रत रखते हैं. मान्यता है कि भगवान शिव को प्रदोष व्रत बेहद प्रिय है. प्रदोष व्रत हर माह दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है. इस दिन विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना करने और व्रत करने से महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. भोलेनाथ भक्तों के कष्ट दूर करते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. 


पंचाग के अनुसार जिस दिन प्रदोष व्रत होता है, उसी दिन के नाम पर प्रदोष व्रत का नाम होता है. जैसे अगर सोमवार के दिन प्रदोष व्रत पड़े, तो उसे सोम प्रदोष व्रत और मंगलवार को पड़ने वाले व्रत को भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है. आइए जानते हैं चैत्र माह में पहला प्रदोष व्रत कब पड़ेगा. 


चैत्र माह में कब है पहला प्रदोष व्रत


पंचाग के अनुसार त्रयोदशी तिथि भगवान शिव की कृपा दिलाती है. चैत्र माह में पहला प्रदोष व्रत 29 मार्च 2022, मंगलवार के दिन पड़ रहा है. मंगलवार के दिन होने के कारण उसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है. त्रयोदशी 29 मार्च को दोपहर 02:38 बजे से शुरु होकर 30 मार्च 2022, बुधवार की दोपहर 01:19 मिनट तक रहेगी. प्रदोष व्रत के दौरान भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ समय सायंकाल 06:37 से रात्रि 08:57 बजे तक रहेगा.


भौम प्रदोष व्रत का महत्व


चैत्र का पहला भौम प्रदोष व्रत विधि-विधान से रखने पर साधक के जीवन से जुड़े सभी कर्ज दूर होते हैं. इतना ही नहीं, शिव की कृपा से उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.


प्रदोष व्रत पूजन विधि


इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान-ध्यान करके भगवान शिव के सामने प्रदोष व्रत का संकल्प लें. इसके बाद ​विधि-विधान से शिव पूजन और अर्चना करें. शाम के समय प्रदोष काल में एक बार फिर स्नान-ध्यान के बाद विधि-विधान से शिव का विशेष पूजन किया जाता है. प्रदोष व्रत की कथा का श्रवण करें. इस दिन रुद्राक्ष की माला से शिव मंत्र का ज्यादा से ज्यादा जाप करें. 


साल 2022 में आगामी प्रदोष व्रत


14 अप्रैल 2022, गुरुवार–  गुरु प्रदोष व्रत


28 अप्रैल 2022, गुरुवार– गुरु प्रदोष व्रत


13 मई 2022, शुक्रवार– शुक्र प्रदोष व्रत


27 मई 2022, शुक्रवार– शुक्र प्रदोष व्रत


12 जून 2022, रविवार– रवि प्रदोष व्रत


26 जून 2022, रविवार– रवि प्रदोष व्रत


11 जुलाई 2022, सोमवार– सोम प्रदोष व्रत


25 जुलाई 2022, सोमवार– सोम प्रदोष व्रत


09 अगस्त 2022, मंगलवार– भौम प्रदोष व्रत


24 अगस्त 2022, बुधवार– बुध प्रदोष व्रत


08 सितंबर 2022, गुरुवार– गुरु प्रदोष व्रत


23 सितंबर 2022, शुक्रवार– शुक्र प्रदोष व्रत


07 अक्टूबर 2022, शुक्रवार– शुक्र प्रदोष व्रत


22 अक्टूबर 2022, शनिवार– शनि प्रदोष व्रत


05 नवंबर 2022, शनिवार– शनि प्रदोष व्रत


21 नवंबर 2022, सोमवार– सोम प्रदोष व्रत


05 दिसंबर 2022, सोमवार– सोम प्रदोष व्रत


21 दिसंबर 2022, बुधवार – बुध प्रदोष व्रत  


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


नवरात्रि के दौरान इन कार्यों को करने से नाराज हो जाती हैं मां लक्ष्मी, करना पड़ता है आर्थिक तंगी का सामना


बहुत ही जिद्दी स्वभाव के होते हैं ये 4 राशि के जातक, हर कार्य को करते हैं अपने मन मुताबिक