Dog Aggression Stop Tips: आजकल बहुत से लोग अपने घरों में डॉग रखना पसंद करते हैं. इनसे इंसान इमोशनली और मेंटली कनेक्ट होता है. यही कारण है कि डॉग को हर कोई पसंद करता है. हालांकि, कई बार कुछ कारणों से डॉग का एग्रेशन भी देखने को मिलता है. कई स्ट्रीट डॉग और पेट डॉग बेहद आक्रमक होते हैं. कई बार तो वे दूसरों को नुकसान भी पहुंचा देते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं क्या किसी दवा की मदद से कुत्तों के इस एग्रेशन को कंट्रोल (Dog Aggression Medicine) किया जा सकता है...

 

एग्रेसिव डॉग के लक्षण

 

1. गुर्राना 

2. शरीर कठोर करना और तेजी से पूंछ हिलाना

3. होंठ को चाटना या जम्हाई लेना

4. नजरें फेर लेने की आदत

5. कुत्ते का उठा फर

6. झुकना और दुम दबाने की आदत

7. आंखों के सफेद भाग देखना

8. दांत निकालना

 

डॉग के एग्रेशन का कारण

लड़ाई के प्रति ए्ग्रेसिव होना

किसी तरह का डर

अपनी रक्षा के लिए एग्रेसिव होना

किसी स्थिति से संबंधित एग्रेशन

अपना भोजन की रक्षा करने के लिए एग्रेशन

इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं

 

कुत्ते के एग्रेशन को दूर करने के उपाय

 

एनिमल डॉक्टर की हेल्प लें.

अगर कोई डॉग एग्रेसिव नहीं है और अचानक से उसका व्यवहार आक्रामक हो जाता है तो उसमें सेहत से जुड़ी कोई समस्याएं भी हो सकती हैं. दर्दनाक चोट, हाइपोथायरायडिज्म, एन्सेफलाइटिस, मिर्गी और ब्रेन ट्यूमर जैसी समस्याओं की वजह से भी डॉग आक्रामक हो सकते हैं. ऐसे में एनिमल डॉक्टर की मदद लें, इलाज या दवा की मदद से उनके बिहैवियर में सुधार किया जा सकता है.

 

प्रोफेशनल से मदद लें

डॉग एग्रेशन से डील करने के लिए आप चाहें तो प्रोफेशनल डॉग ट्रेनर या एनिमल बिहेवियर स्पेशलिस्ट की हेल्प भी ले सकते हैं. चूंकि कुत्तों का गुस्सा गंभीर समस्या है, ऐसे में खुद से उसे ठीक करने की कोशिश न करें. प्रोफेशनल की मदद से पता लगाएं कि आखिर उसके आक्रामक होने का कारण क्या है. ऐसे में कुछ उपायों से उसके एग्रेशन को कंट्रोल किया जा सकता है.

 

मेडिकेशन से दूर हो सकती है एग्रेशन

कुत्तों के आक्रामक व्यवहार से निपटने के लिए दवा की जरूरत भी हो सकती है. ऐसे में ट्रेनर की मदद से बहुत कुछ नहीं होने वाला है. यह समझने की जरूरत है कि कहीं आपका डॉग किसी डर, तनाव या चिंता में तो नहीं है. इससे निपटने के लिए दवा की मदद ली जा सकती है. इससे पता चलता है कि दवा की मदद से कुत्तों का एग्रेशन को शांत या कंट्रोल किया जा सकता है. हालांकि, इसके लिए एनिमल डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.

 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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