History Of National IPA Day: नेशनल आईपीए डे हर साल अगस्त के पहले गुरुवार को इंडिया पेल एले के रूप में जानी जाने वाली बीयर (Beer) को सम्मान देने के लिए बनाया जाता है. इस साल यह 4 अगस्त को मनाया जा रहा है. नेशनल आईपीए डे दुनिया में सबसे फेमस बीयर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. चलिए जानते हैं इस खास दिन का इतिहास और साथ ही इस बीयर के बारे में कुछ दिलचस्प जानकारी.

पहले जानिए क्या होती है IPA बीयर ?

IPA एक फुल-बॉडी वाली, बोल्ड और कड़वी बीयर है जिसे हॉप्स और पेल माल्ट से बनाया जाता है. इसके अंदर  अल्कोहल भी होता है जो. एक एवरेज बीयर के मुकाबले ज्यादा होता है. जो विभिन्न प्रकार के हॉप्स से बनाई जाती है. यह बीयर प्रेमियों के लिए एक उम्दा ड्रिंक मानी जाती है.

बीयर से जुड़ा रोचक इतिहास

कुछ सबूत बताते हैं कि भारत में भेजे जाने से पहले इंग्लैंड में आईपीए बनाए गए थे. इसको लाने का श्रेय  1700 के दशक के अंत में ईस्ट इंडिया कंपनी के हिस्से के रूप में भारत की यात्रा करने वाले ब्रिटिश नाविकों को जाता है.

ब्रिटिश नाविक आईपीए को अपनी यात्रा पर इसलिए लाए थे. क्योंकि गर्म जलवायु के कारण भारत में बीयर बनाना मुश्किल था. उस समय पोर्टर्स को भारत और कैलिफ़ोर्निया में भी भेज दिया गया था. भारत में शिप की जाने वाली पहली बीयरों में से एक जॉर्ज हॉजसन के बो ब्रेवरी थी. बो ब्रेवरी ब्रिटिश पोर्टस के पास थी इसलिए व्यापारी इसे जल्दी खरीद पाते थे. रशिया का मार्केट खो जाने के बाद ट्रेडर्स ने आईपीए को भारत में एक्सपोर्ट करना शुरू कर दिया था.

1840 तक, इंग्लैंड में आई.पी.ए की अत्यधिक मांग थी,  और 1860 तक बीयर को खूब बनाया गया और बेचा गया. यह सनक जल्द ही ब्रिटिश साम्राज्य में फैल गई. हालांकि उनके व्यंजनों में कोई बदलाव नहीं आया था, इंग्लैंड में कुछ शराब बनाने वालों ने उन्हें इंडिया पेल एल्स के बजाय पेल एल्स कहना शुरू कर दिया. 1900 से पहले, अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में ब्रुअरीज ने इंग्लैंड के समान आईपीए का निर्माण किया. दूसरी ओर, IPAs ने 1900 के आसपास लोकप्रियता खोना शुरू कर दिया.

एशले रौस्टेन, बीयर उत्साही और "द बीयर वेन्च गाइड टू बीयर: एन अनप्रेंटियस गाइड टू क्राफ्ट बीयर" के लेखक ने 2011 में इस दिन को मनाने का चलन शुरू किया.

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