आप इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि पैसा बहुत कुछ होता है लेकिन यह सबकुछ नहीं होता है. अहम बात यह है कि पैसों को रिश्तों से ऊपर अहमियत नहीं दी जानी चाहिए और ना ही जीवनसाथी या लव लाइफ के बीच पैसों को कभी आने देना चाहिए. किसी भी रिश्ते की शुरुआत में तो पैसों को लेकर कोई बात नहीं करता और न ही जाहिर करता है, लेकिन पैसों को लेकर एक क्लियर थिंकिंग न रखना आगे चलकर परेशानियों का कारण बन सकता है. आइए, जानते हैं कुछ ऐसी टिप्स जो रिश्ते में फन को तो बनाए रखेंगे लेकिन मनी प्रॉब्लम्स के कारण इसे टूटने नहीं देंगे.

अपना पैसा अलग-अलग रखें आप फिल्मों को देखकर अपनी थिंकिंग न बनाएं और भावनाओं में बहकर यह बात कभी भी न कहें कि 'यह हमारा पैसा ही तो है'. रिश्ते में रहते हुए भी किसी एक के पैसे ज्यादा खर्च करवाने की लिबर्टी न ही लें तो बेहतर है. अपने-अपने खर्चों और आय का हिसाब खुद रखें. साथ ही एक-दूसरे से इसके बारे में खुलकर बात भी करें. जिससे आगे जाकर कोई लड़ाई न हो.

बजट डिसाइड करें गिफ्ट्स का कहते हैं कि प्यार और उपहार की कोई कीमत नहीं देखी जाती. यह बात सही भी है लेकिन जब बात खर्चे की आती है, तो गिफ्ट की कीमत आप लोगों के बीच प्रोबलम बन जाती है. इससे दोनों के बीच महंगे से महंगे गिफ्ट देने की न तो होड़ लगेगी और न ही इस चक्कर में दोनों का बजट खराब होगा. ऐसे में हमेशा काम आने वाले बजट गिफ्ट ही खरीदें.

दोनों बिल करें शेयर लड़के हैं तो सिर्फ गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करने के लिए बिल पे न करते रहें और लड़की हैं तो सिर्फ बॉयफ्रेंड को अपने डिनर-लंच के लिए पैसे न देने दें. बिल को आधा-आधा करना एक अच्छी प्रैक्टिस है जो किसी भी एक पर्सन पर पैसे के लिहाज से बर्डन नहीं बढ़ाता है. ऐसे में आर्थिक मामलों को पूरी तरह अपने पार्टनर पर न डालें और कहीं रेस्टोरेंट या ट्रिप पर जाएं, तो बिल शेयर करें. हमेशा किसी एक को बिल न भरने दें.

उधारी एक मदद है तो ईमानदारी रखें   आपको अपने पार्टनर से कभी पैसे मांगने की जरुरत पड़े, तो आप याद रखें कि यह पैसे आप मदद के लिए ले रहे हैं और पैसे आते ही आप अपने पार्टनर को लौटा देंगे. इससे न सिर्फ पार्टनर की नजर में आपका सम्मान बढ़ेगा बल्कि इससे आने वाले समय में आपकी लड़ाई भी नहीं होगी. ईमानदारी से उन्हें पूरे पैसे लौटाएं और रिश्ते के बीच पैसों को न आन दें.

ट्रिप पर जाने से पहले ही बजट तय करें ट्रिप प्लान करें तो बजट पहले ही तय कर लें. इस बजट को आपस में डिसकस करें और फिर इसे फाइनलाइज करें. इससे आपकी जर्नी तो स्मूद बनेगी ही साथ ही में लास्ट टाइम पर पैसे की कमी महसूस नहीं होगी, जिससे किसी एक पर बर्डन भी नहीं पड़ेगा.

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