अगर आप होम क्वॉरंटीन हैं और घर में छोटे बच्चे भी हैं तो ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है. विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे बच्चे सैनिटाइजेशन के बारे में ज्यादा सावधान नहीं रहते हैं. इसलिए आसपास मौजूद सामान के छूने से उन्हें संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है.
घर में क्वॉरंटीन रहने वालों को सलाह
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल नई दिल्ली के डॉक्टर निखिल मोदी कहते हैं, "अगर घर में कोई बच्चा है और घर का कोई सदस्य कोरोना संदिग्ध या कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आ गया है तो उसे पूरी तरह एक रूम में खुद को अलग-थलग कर लेना चाहिए. उसे सुनिश्चित करने की जरूरत है कि इस्तेमाल में आए हुए सामान को बच्चा छू न सके. होम क्वारंटीन कर रहे सदस्य को चाहिए कि किसी तरह बच्चे के नजदीक न आए."
हालांकि उनका ये भी कहना है कि बच्चों में कोरोना वायरस के मामूली लक्षण देखे जा रहे हैं. लेकिन फिर भी खतरा मोल नहीं लिया जाना चाहिए. गौरतलब है शोध के हवाले से बताया जा चुका है कि बच्चे कोरोना वायरस से कम प्रभावित होते हैं. लेकिन उनमें कोरोना फैलाने की क्षमता व्यस्कों की तरह ही होती है.
घर में बच्चा हो तो क्या बरतें सावधानी
छोटे घर में सख्त आइसोलेशन के पालन की चुनौती पर डॉक्टर का कहना है, "ऐसी सूरत में बच्चे को या होम क्वारंटीन कर रहे शख्स को दोनों में से किसी एक को घर से निकाल देना चाहिए. इसके अलावा बुनियादी सुरक्षा के उपाय समेत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए." एक अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर किशोर कुमार बताते हैं, "संक्रमण से बचाव का सबसे कारगर उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है. उसके बाद मास्क का इस्तेमाल करते हुए चेहरे और नाक को ढंकना है. मासूम को छूने से पहले हाथ को धोना चाहिए." कोविड-19 से संक्रमित मां को सलाह देते हुए डॉक्टर कुमार कहते हैं कि उसे भी बच्चे को छूने से पहले हाथ को अच्छे तरीके से धोना और मास्क लगाना चाहिए.
अभी तक के सामने आए मामले के मुताबिक एक हजार मां में से सिर्फ 13 ही अपने बच्चों तक वायरस फैला सकी हैं. ये 13 मामले भी इसलिए सामने आए क्योंकि उन्होंने मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया था. विशेषज्ञों के मुताबिक महिला कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग करा सकती है. लेकिन उससे पहले उसे अपने हाथ और ब्रेस्ट को अच्छी तरह धो लेना चाहिए. दूध पिलाते वक्त चेहरे पर मास्क लगा ले. याद रखना चाहिए कि ब्रेस्ट फीडिंग से वायरस का ट्रांसमिशन बच्चे तक नहीं होता है.
परिवार के सदस्यों के लिए एहतियात
- होम क्वारंटीन कर रहे शख्स की देखभाल सिर्फ नियुक्त परिवार का सदस्य ही करे.
- सफाई करते वक्त डिस्पोजेबल ग्लोव्स का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
- ग्लोव्स उतारने के बाद हाथ धोना चाहिए.
- मिलने वालों को घर में आने की इजाजत न दें.
- होम क्वारंटीन कर रहे शख्स में लक्षण जाहिए होने पर घर के सभी सदस्यों को 14 दिनों का क्वारंटीन करना चाहिए.
- लैब में कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने तक अतिरिक्त 14 दिनों के लिए क्वारंटीन करें.
- क्वॉरंटीन कर रहे शख्स के रूम की सफाई के वक्त डिसइफेंक्ट का इस्तेमाल करना चाहिए.
- डिसइफेंक्ट सामग्री में एक फीसद सोडियम हाइपोक्लोराइट का मिश्रण होना चाहिए.