Continues below advertisement

Disposable Paper Cup Side Effects: चाय या कॉफी पीना हमारे दिन की शुरुआत का अहम हिस्सा बन चुका है. लेकिन अगर आप ये प्लास्टिक या पेपर के डिस्पोजेबल कप में पीते हैं तो सावधान हो जाइए! ये आदत आपकी सेहत पर धीरे-धीरे जहर बनकर असर डाल सकती है.

जो कप आपको बाहर सफर या ऑफिस में आसान लगते हैं, वही कप हर दिन आपके शरीर में हजारों माइक्रोप्लास्टिक कण पहुंचा रहे हैंऔर आपको पता भी नहीं चलता. हाल ही में IIEST की चेयरपर्सन तेजस्विनी अनंतकुमार ने भी सोशल मीडिया पर यही बात साझा की और सभी को सलाह दी कि, वे यात्रा करते समय अपना खुद का कप लेकर चलें.

Continues below advertisement

ये भी पढ़े- नशे का बढ़ता कहर और नाबालिगों की बर्बादी, कम उम्र में ड्रग्स के लिए सिरिंज का इस्तेमाल

क्या कहती है रिसर्च?

IIT खड़गपुर की 2021 की एक स्टडी में यह खुलासा हुआ कि जब किसी पेपर या प्लास्टिक कप में 85 से 90 डिग्री सेल्सियस तापमान की चाय या कॉफी डाली जाती है तो सिर्फ 15 मिनट में उस पेय में लगभग 25,000 माइक्रोप्लास्टिक कण घुल जाते हैं. यह स्टडी डॉ. सुधा गोयल द्वारा की गई थी। उनके मुताबिक, अगर आप दिन में तीन बार ऐसे कप में चाय या कॉफी पीते हैं, तो रोजना आप 75,000 माइक्रोप्लास्टिक कण अपने शरीर में ले रहे हैं.

क्या है माइक्रोप्लास्टिक और कैसे होता है नुकसान?

माइक्रोप्लास्टिक बहुत छोटे-छोटे प्लास्टिक के टुकड़े होते हैं, जो हमारी आंखों से दिखाई नहीं देते, लेकिन शरीर में जाकर बड़े नुकसान पहुंचा सकते हैं. इन प्लास्टिक कप्स के कोटिंग में कई हानिकारक केमिकल होते हैं जैसे...

  • बिस्फेनोल्स
  • फ्थेलेट्स
  • डायॉक्सिन्स

क्या-क्या समस्या हो सकती है

  • हार्मोनल असंतुलन
  • महिलाओं और पुरुषों में प्रजनन संबंधी समस्याएं
  • बच्चों की वृद्धि में बाधा
  • मोटापा
  • कैंसर का खतरा
  • मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को नुकसान
  • इम्यून सिस्टम की कमजोरी

क्या करें बचाव के लिए?

  • सबसे आसान उपाय यह है कि आप अपना स्टील या कांच का कप साथ लेकर चलें, खासकर जब बाहर गर्म पेय पीने का प्लान हो
  • सेहत के लिए सुरक्षित
  • प्लास्टिक का इस्तेमाल कम होता है
  • पर्यावरण के लिए भी बेहतर विकल्प

डिस्पोजेबल कप में चाय या कॉफी पीना जितना आसान लगता है, उतना ही खतरनाक भी है. हर दिन आप अनजाने में अपने शरीर में माइक्रोप्लास्टिक भर रहे हैं, जो भविष्य में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.

ये भी पढ़ें: क्या काली ब्रा पहनने से भी हो जाता है कैंसर? डॉक्टर से जानें इस बात में कितनी है हकीकत

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.