आज के समय में सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन बहुत बढ़ गया है. सॉफ्ट ड्रिंक्स को सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. इसलिए इसका अधिक सेवन नहीं किया जाना चाहिए. क्योंकि सॉफ्ट ड्रिंक्स में शुगर की मात्र अधिक होती है, जो दिल, लिवर, किडनी की कई सारी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है. इतना ही नहीं दिल, मोटापा और डायबीटीज की घातक बीमारी भी हो सकती है. बहुत से लोग बस यही जानते हैं कि कोल्डड्रिंक में केवल ढेर सारी शक्कर और ऐसिड मिला होता है. पर उन्हें यह नहीं पता कि इसमें सोडियम बेंजोएट और पारा भी मिक्स किया जाता है, जिसके नियमित सेवन से शरीर में तरह-तरह की बीमारियां हो सकती हैं. तो आइए जानते हैं कि कोल्डड्रिंक पीने से और क्या-क्या शारीरिक परेशानियां होती हैं.
दांतों की समस्याएं होती हैं
अगर आप डेंटिस्ट के पास जाने से बचना चाहते हैं, तो सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन पूर्ण्तः कम कर दें. आपके मुंह में पलने वाले बैक्टीरिया शुगर पर पलते हैं. वे इसे खाते हैं और ऐसे एसिड का निर्माण करते हैं जो दांतों के इनेमल को पूरी तरह नष्ट कर कैविटी का निर्माण करता है. डॉक्टरों का यह कहना है कि यदि आप सॉफ्ट ड्रिंक पीने के तुंरत बाद पानी से कुल्ला कर लें तो आपके दांतों में लगने वाली कैविटी के खतरे को तकरीबन पचास प्रतिशत तक कम कर सकते हैं.
बढ़ाता है वजन
सॉफ्ट ड्रिंक पीने से वजन बढ़ता है. सॉफ्ट ड्रिंक्स में भरपूर मात्रा में शुगर की मात्रा होती है और ये मात्रा आपको मोटा करने के लिए पर्याप्त होती है. मोटापा तो सॉफ्ट ड्रिंक से होने वाली प्रत्यक्ष बीमारी है लेकिन उन बीमारियों का क्या जो मोटापे की वजह से होती हैं.
दिल की बीमारियां होती हैं
लगातार बढ़ते वजन से आपको हृदय रोग हो सकता हैं. लेकिन इसके साथ ही सोडा में मौजूद तत्व भी आपको अत्यधिक बीमार बना सकता हैं. सोडा में मौजूद सोडियम और कैफीन दिल के लिए बहुत ही खतरनाक होता हैं. सोडियम शरीर में तरलता रोकने का काम करता है, वहीं कैफीन से हृदयगति और रक्तचाप बहुत अधिक बढ़ता है.
प्रभावित होती है किडनी
सॉफ्ट ड्रिंक का असर किडनी पर भी पड़ता है. इससे किडनी की सक्रियता पर असर पड़ता है और उसके फंक्शन पर भी, जिसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है.
गठिया की होती है समस्या
आपको बता दें की गाउट वह परिस्थिति है, जब शरीर में अत्यधिक यूरिक एसिड जमा हो जाता है. इससे जोड़ों में बहुत तेज सूजन और जलन होने लगती है. अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक विश्लेषण के अनुसार एक शुगर ड्रिंक रोज पीने से गाउट का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है.
हड्डियों का कमजोर होना
सॉफ्ट ड्रिंक आपकी हड्डियों से कैल्शियम सोखने का काम करता है. जिससे हड्डियां कमजोर और भंगुर हो जाती हैं. सॉफ्ट ड्रिंक में फॉस्फोरिक एसिड मिला होता है जोकि अम्लीय होता है ये हड्डियों से कैल्शियम सोख लेता है, कैफीन भी कैल्शियम सोखने का काम करती है जिससे हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है.
डायबिटीज होने का खतरा
जो लोग पहले से ही मोटे हैं और उनके परिवार में पहले भी कोई मधुमेह से पीड़ित रह चुका है तो उसे सॉफ्ट ड्रिंक से एकदम दूरी बना लेनी चाहिए. सॉफ्ट ड्रिंक में जिस मात्रा में शुगर मौजूद होता है वो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
डिप्रेशन और तनाव होता है
सॉफ्ट ड्रिंक पीने से व्यवहार पर बहुत बुरा असर पड़ता है. इससे तनाव और डिप्रेशन होने का खतरा रहता है. सॉफ्ट ड्रिंक में मिलाए गए रसायनिक तत्वों से दिमाग के रासायनिक कंपोजिशन पर बुरा असर पड़ता है. ऐसे में सॉफ्ट ड्रिंक का अधिक सेवन करने से भविष्य में डिप्रेशन और तनाव होने का खतरा बना रहता है.