सर्दियां आते ही जोड़ों के दर्द की शिकायतें बढ़ जाती हैं. खासकर फ्रोजन शोल्डर की समस्या ज्यादा मिलती है. यह ऐसी कंडीशन है, जिसमें कंधे में तेज दर्द और अकड़न हो जाती है. कंधा हिलाना मुश्किल हो जाता है. डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के मौसम में यह समस्या ज्यादा परेशान करती है. महिलाओं और हार्ट की बीमारी वाले मरीजों में इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.

Continues below advertisement

क्या होता है फ्रोजन शोल्डर?

फ्रोजन शोल्डर को मेडिकल टर्म में एडहेसिव कैप्सुलाइटिस कहते हैं. इसमें कंधे के जोड़ को घेरने वाली झिल्ली मोटी और सख्त हो जाती है, जिससे जोड़ में सूजन आती है और मूवमेंट कम हो जाता है. नॉर्मल लोगों में यह समस्या 3 से 5 प्रतिशत तक देखी जाती है, लेकिन डायबिटीज या हार्ट के मरीजों में यह दिक्कत 10 से 20 पर्सेंट तक पहुंच जाती है. 

Continues below advertisement

सर्दियों में ज्यादा क्यों होती है दिक्कत?

सर्दियों में फ्रोजन शोल्डर के केस बढ़ने का मुख्य कारण ठंड है. दरअसल, ठंड में मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं और जोड़ों में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है. इससे दर्द बढ़ता है और अकड़न ज्यादा हो जाती है. लोग ठंड से बचने के लिए कम हिलते-डुलते हैं, जिससे समस्या ज्यादा गंभीर हो जाती है.

कैसे होते हैं इस बीमारी के लक्षण?

फ्रोजन शोल्डर की समस्या धीरे-धीरे शुरू होती है. पहले कंधे में हल्का दर्द होता है, फिर अकड़न बढ़ती है. रात में दर्द ज्यादा होता है और नींद नहीं आती. कंधा ऊपर उठाना, पीछे ले जाना या घुमाना मुश्किल हो जाता है. रोजमर्रा के काम जैसे कपड़े बदलने, बाल संवारने या कुछ उठाने में भी काफी ज्यादा दर्द होता है. 

महिलाओं और हार्ट पेशेंट को ज्यादा खतरा क्यों?

दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स एंड जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी डॉ. वैश्य के मुताबिक, यह समस्या 40 से 60 साल की उम्र में ज्यादा होती है. महिलाओं में पुरुषों से ज्यादा देखी जाती है. इसके कारण हार्मोनल बदलाव और कम एक्टिविटी हो सकते हैं. हार्ट की बीमारी वाले मरीजों में भी खतरा ज्यादा रहता है, क्योंकि कार्डियोवास्कुलर समस्याएं जोड़ों को प्रभावित करती हैं. डायबिटीज वाले मरीजों में तो यह दिक्कत 5 से 10 गुना ज्यादा कॉमन है. 

कैसे होता है इसका इलाज?

ज्यादातर मामलों में दवाएं, फिजियोथेरेपी और एक्सरसाइज से फ्रोजन शोल्डर ठीक हो जाता है. दर्द की दवाएं, गर्म सेंक और हल्की स्ट्रेचिंग मदद करती है. गंभीर मामलों में इंजेक्शन या सर्जरी की जरूरत पड़ती है.

ये टिप्स आते हैं काम

  • सर्दियों में कंधे को गर्म रखें. स्कार्फ या शॉल इस्तेमाल करें.
  • रोज हल्की एक्सरसाइज करें, जैसे कंधा घुमाना या दीवार पर चढ़ना.
  • डायबिटीज और हार्ट की बीमारी को कंट्रोल में रखें.
  • ज्यादा देर एक ही पोजीशन में न रहें.
  • गर्म पानी से नहाएं और गर्म सेंक लें.

इसे भी पढ़ें- अक्सर नाइट शिफ्ट करते हैं तो तुरंत बदल लें नौकरी, वरना यह खतरनाक बीमारी बना लेगी शिकार

Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.