Best Dry Fruits For Diabetic Patients: ड्राय फ्रूट्स एक ऐसा आइटम हैं जिन्हें हेल्दी खाने की श्रेणी में सबसे ऊपर रखा जाता है. इनसे शरीर कोई पोषक तत्व तो मिलते ही हैं साथ ही ये कई प्रकार की बीमारियों में भी फायदा पहुंचाते हैं. हीमोग्लोबिन बढ़ाने से लेकर, डाइजेशन दुरुस्त करने तक अलग-अलग ड्राय फ्रूट अलग-अलग तरह से काम करता है. हालांकि बात जब डायबिटिक पेशेंट्स की आती है तो उन्हें ड्राय फ्रूट्स के सेवन के समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.


मीठे मेवों से करें पहरेज


जो भी ड्राय फ्रूट्स मिठास लिए होते हैं उन्हें कम खाएं या न खाएं. अगर आपके शुगर लेवल्स हाई हैं तो इन्हें कम से कम खाएं और शुगर ठीक रहती है तो आप सीमित मात्रा में इनका सेवन कर सकते हैं. दरअसल धूप में सुखाकर बनाए जाने से ये न्यूट्रीएंट्स के मामले में काफी रिच होते हैं. इसी प्रकार इनमें नेचुरल शुगर फ्रक्टोज भी होती है. वैसे तो नेचुरल शुगर से नुकसान नहीं होता लेकिन जब शुगर बढ़ी होती है तो ये भी फायदे की जगह नुकसान कर सकता है. इसलिए किशमिश, अंजीर, खजूर, छुआरा आदि न खाएं.


पोर्शन साइज है जरूरी


कोई भी चीज तभी फायदा पहुंचाती है जब एक लिमिट में ली जाए. सूखे मेवे हेल्दी होते हैं इसका मतलब ये कतई नहीं कि जब चाहे इन्हें खाने लगें. दिन का एक समय फिक्स करें और उसी समय पर सीमित मात्रा में इनका सेवन करें. सभी मेवे मिलाकर आपकी मुट्ठी से ज्यादा नहीं होने चाहिए. एक बात का ध्यान और रखें कि इन्हें भिगोकर खाएं. भिगोकर खाने से ही इनमें मौजूद सारे फायदे मिलते हैं.


तले भुने रोस्टेड मेवे नहीं देते फायदा


मेवे खाने के साथ ये भी जरूरी है कि वे किस प्रकार खाए जा रहे हैं. अगर आप मेवों को घी में फ्राई करके उन पर मसाला बुरककर खाते हैं तो ये आपका कोलेस्ट्रोल बढ़ाने के अलावा कुछ और नहीं करते. इसी तरह रोस्टेड मेवे भी उतना फायदा नहीं करते. सूखी मेवा खाने का सही तरीका यही है कि उन्हें भिगोकर खाया जाए. इससे उनके अंदर के न्यूट्रीएंट्स सही मात्रा में आपके शरीर में पहुंचते हैं. इसलिए ड्राय फ्रूट्स का सेवन करते समय इन बातों का ध्यान जरूर रखें.  


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