Eat Without Distractions: बचपन में आपने भी पैरेंट्स से इस बात पर डांट खाई होगी कि खाना खाते समय टीवी मत देखो... हालांकि अभी भी ज्यादातर घरों में टीवी चालकर ही खाना खाया जाता है. फिर चाहे न्यूज चैनल चलें या कोई डेली सोप. इसके अलावा अब तो मोबाइल भी खाना खाते समय डिस्ट्रैक्शन की बड़ी वजह बन गया है. ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि खाना खाते समय टीवी देखने से या तो फंदा लगने की समस्या के कारण मना किया जाता है या फिर इसलिए क्योंकि खाने के टेस्ट को इंजॉय नहीं कर पाते. बहुत कम लोगों को ऐसा करने से होने वाले असली साइड इफेक्ट्स के बारे में पता है. यहां इन्हीं के बारे में बताया जा रहा है...

Continues below advertisement

खाना खाने का सही तरीका क्या है?

आयुर्वेद में भोजन करने का सही तरीका बताया गया है कि आप जमीन पर बैठकर शांत चित्त के साथ खाना खाएं और खाना हाथ से खाएं, नाइफ, स्पून और फोक से नहीं. क्योंकि हाथ से खाना खाने से कुछ खास एक्युप्रेशर पॉइंट्स पर दबाव पड़ता है, जिससे टेस्ट बड्स भी शांत होती हैं और जरूरी हॉर्मोन्स का सीक्रेशन प्रमोट होता है.

हालांकि आज के समय में ऐसा करना ज्यादातर लोगों के लिए संभव नहीं है कि जमीन पर बैठकर तीनों समय का भोजन कर सकें. इसलिए आप जिस समय भी ऐसा कर सकते हैं, उस समय करें. लेकिन खाना खाते समय टीवी, मोबाइल, लैपटॉप इत्यादि का यूज ना करें. क्योंकि ऐसा करना आपसे आपकी फिटनेस, मेंटल पीस और इमोशनल हेल्थ आपसे छीन रहा है.

Continues below advertisement

माइंडफुल इटिंग क्या है ?

जब आप खाना खाते समय अपना पूरा ध्यान अपने फूड पर रखते हैं तो ये आपकी मेंटल और फिजिकल दोनों हेल्थ को इंप्रूव करने का काम करता है. क्योंकि जब आपका फोकस सिर्फ फूड पर होता है तो आप इसके टेस्ट, इसकी खुशबू और टेस्ट बड्स को होने वाले प्लेजर को फील कर पाते हैं, जिससे एक अलग लेवल का सैटिस्फेक्शन फील होता है, जो हंगर मैनेजमेंट में हेल्प करता है. इसे भोजन के बाद मिलने वाली तृप्ति भी कहा जाता है.

भोजन पर ही ध्यान होता है तो आप सही से चबाकर खाते हैं, इससे डायजेशन बेहतर होता है. क्योंकि आंतों और लिवर पर अधिक प्रेशर नहीं पड़ता है. जब आप शांत होकर और अपने भोजन पर ही फोकस करके खाते हैं तो आपकी खाने की स्पीड अपने आप ही स्लो हो जाती है और आप ठीक से चबाकर इंजॉय करके फूड खाते हैं. इससे ओवर इटिंग से बचाव होता है और कम खाने में जल्दी पेट भरा हुआ फील होता है.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

यह भी पढ़ें: उठती हैं मरोड़ और हो जाती है हालत पस्त... आप भी जान लें, ज्यादातर इन 7 कारणों से होता है पेट दर्द