आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर ऐसा खाना खा लेते हैं जो हमारे शरीर को जरूरी पोषण देने के जगह नुकसान पहुंचा देता है, खासतौर पर दिल को, हाई कोलेस्ट्रॉल, अनबैलेंसड डाइट, तनाव और कम फिजिकल एक्टिविटी मिलकर दिल की बीमारियों का बड़ा कारण बनते हैं. ऐसे में कई लोग दवाओं का सहारा लेते हैं, जबकि बहुत से लोग नेचुरल तरीकों से कोलेस्ट्रॉल कम करना चाहते हैं.
इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों ने एक खास तरह की डाइट पैटर्न विकसित किया. जो कि पोर्टफोलियो डाइट है. यह कोई सामान्य डाइट नहीं, बल्कि ऐसे कोंबिनेशन ऑफ फूड्स है जो मिलकर आपके एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को नेचुरल तरीके से कम करते हैं. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि यह पोर्टफोलियो डाइट क्या है और यह कैसे काम करती है और क्यों डॉक्टर इसे दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद मानते हैं. पोर्टफोलियो डाइट क्या है?
पोर्टफोलियो डाइट एक पौधों पर आधारित यानी plant-based खाने की योजना है, जिसे टोरंटो विश्वविद्यालय के डॉ. डेविड जेनकिंस ने बनाया है. इसका उद्देश्य बिना दवाओं के सिर्फ रोजमर्रा के खाने से शरीर का खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम करना है. इस डाइट में चार ऐसे मुख्य फूड ग्रूप शामिल किए जाते हैं, जो अकेले-अकेले भी कोलेस्ट्रॉल घटाते हैं, लेकिन जब इन्हें एक साथ खाया जाए तो यह स्टैटिन जैसी दवाओं जितना असर दिखाते हैं.
इस डाइट में कौन-कौन से 4 जरूरी फूड ग्रुप शामिल हैं?
1. प्लांट स्टेरोल्स – ये ऐसे पौधों के तत्व हैं जो आंतों में कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित होने से रोकते हैं. ये स्टेरोल से भरपूर मार्जरीन, स्प्रेड, स्टेरोल युक्त दही पेय और संतरे का जूस
2. जेल टाइप फाइबर – यह फाइबर आंत में जेल जैसा बन जाता है और कोलेस्ट्रॉल को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है. ओट्स, जौ, सेब, नाशपाती, बेरी, सेम, दालें, भिंडी और इसबगोल
3. सोया प्रोटीन –यह लिवर को LDL हटाने वाले रिसेप्टर्स को ज्यादा एक्टिव करने में मदद करता है. टोफू, सोया दूध, एडामे, सोया वाले वेजी बर्गर
4. मेवे – मेवों में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैट HDL बढ़ाते हैं और LDL घटाते हैं. बादाम, अखरोट और पिस्ता.
यह डाइट शरीर में कैसे काम करती है?
पोर्टफोलियो डाइट कई तरीकों से कोलेस्ट्रॉल कम करती है. प्लांट स्टेरोल्स , कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को लगभग 50 प्रतिशत तक घटा सकते हैं. चिपचिपा फाइबर, कोलेस्ट्रॉल बांधकर शरीर से बाहर कर देता है. सोया प्रोटीन, लिवर में LDL हटाने वाले रिसेप्टर्स को एक्टिव करता है. मेवे, HDL बढ़ाते हैं, LDL घटाते हैं. इन चारों का मिक्सचर शरीर पर नैचुरल दवा जैसा प्रभाव डालता है.
क्यों डॉक्टर इसे दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद मानते हैं
अध्ययनों में पाया गया है कि इस डाइट से एलडीएल 13 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक कम हो सकता है. छह महीने तक डाइट का पालन करने वालों में 13.8 प्रतिशत LDL कमी दर्ज हुई, जो स्टैटिन दवाओं जैसी है. जिन लोगों ने इसे लंबे समय तक अपनाया, इसमें ट्राइग्लिसराइड कम हुए, सूजन घटी और ब्लड प्रेशर बेहतर हुआ. 30 साल तक 2 लाख लोगों पर किए गए अध्ययन में, जिनका पोर्टफोलियो डाइट स्कोर सबसे अच्छा था, उनमें दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा 14 प्रतिशत कम था. मेनोपॉज के बाद की महिलाओं में यह डाइट हार्ट अटैक का खतरा 17 प्रतिशत कम करती पाई गई. 2025 के अध्ययन में 439 मरीजों पर पाया गया कि यह डाइट 10 साल तक कोलेस्ट्रॉल और हार्ट जोखिम को प्रभावी रूप से घटाती रही.
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