Hair Pigmentation Therapy: आजकल सोशल मीडिया पर एक चीनी एक्ट्रेस ने चर्चा बटोरी है क्योंकि उन्होंने बताया कि वह अपने सफेद बालों को फिर से काले करने के लिए इंजेक्शन ले रही हैं. 37 वर्षीय अभिनेत्री गुओ टोंग ने चीन के TikTok वर्जन, Douyin पर वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐसे इंजेक्शन का कोर्स शुरू किया है जो उनके सफेद बालों को प्राकृतिक रंग में बदलने का वादा करता है.
उन्होंने वीडियो में बताया कि उनके सफेद बाल जनेटिक नहीं हैं, बल्कि तनावपूर्ण लाइफस्टाइल और मेंटल दबाव की वजह से हुए थे. गुओ टोंग ने कहा, “मेरे सफेद बाल जीन से नहीं हैं. यह अनियमित लाइफस्टाइल, भावनात्मक तनाव और मानसिक दबाव की वजह से है, जिसने मेरे बालों को प्रभावित किया.” उन्होंने आगे बताया कि अब उन्होंने अपनी दसवीं ट्रीटमेंट पूरी कर ली है. उन्होंने कहा कि कई लोग पूछते हैं कि क्या यह काम करता है. “पहले मैं तीन हफ्तों के लिए बिजनेस ट्रिप पर थी, इसलिए तीन सेशन मिस हो गए. साथ ही फिल्मिंग के कारण मैंने अपने बालों को काला करवा लिया था, इसलिए परिणाम अभी दिखाई नहीं दे रहे. लेकिन डॉक्टर ने प्रगति ट्रैक करने के लिए फोटो ली हैं: कुछ नए रूट धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं और एक-दो बाल काले होने लगे हैं.”
अभिनेत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने यह ट्रीटमेंट इसलिए शुरू किया क्योंकि यह उन्हें मेंटल रूप से परेशान कर रहा था, लेकिन उन्होंने इसका खर्च साझा नहीं किया. वह कहती हैं, “मैंने सोचा कि रोज़ यह चिंता करने के बजाय कि मेरे सफेद बाल बढ़ेंगे या नहीं, इसे प्रोफेशनल्स पर छोड़ना बेहतर है.”
यह ट्रीटमेंट कैसे काम करता है?
शंघाई Yueyang Hospital के डॉक्टरों के अनुसार, यह इंजेक्शन विटामिन B12 का एक प्रकार, adenosylcobalamin है, जो पारंपरिक चीनी चिकित्सा (TCM) पर आधारित है. इसका मानना है कि B12 मेलानिन (Melanin) के निर्माण को बढ़ावा देता है. मेलानिन हमारे शरीर में प्राकृतिक पिगमेंट है जो बाल, त्वचा और आंखों के रंग को नियंत्रित करता है. बालों का सफेद होना उम्र बढ़ने की सामान्य प्रक्रिया है और यह मेलानोसाइट्स (Melanocytes) नामक सेल्स के धीरे-धीरे काम न करने की वजह से होता है.
इस ट्रीटमेंट में नियमित इंजेक्शन शामिल हैं, जो हर हफ्ते लगाए जाते हैं और यह तीन से छह महीने तक चलता है. डॉ. मुनिर सोमजी के अनुसार, कुछ मामलों में exosomes का माइक्रो-नीडलिंग के जरिए सिर और दाढ़ी के बालों में इस्तेमाल किया जाता है, जिससे मेलानोसाइट स्टेम सेल सक्रिय हो जाते हैं और बालों में रंग लौट सकता है. हालांकि, कई एक्सपर्ट बताते हैं कि अभी तक इसके वैज्ञानिक और व्यापक प्रमाण नहीं हैं. कुछ सीमित मामलों में बालों का हल्का काला होना देखा गया है, लेकिन यह सभी के लिए भरोसेमंद नहीं माना जा सकता.
कैसा मिलता है रिजल्ट?
इसका मतलब यह है कि यह ट्रीटमेंट कुछ लोगों के लिए काम कर सकता है, लेकिन सभी के सफेद बाल फिर से काले होने की गारंटी नहीं है. एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर आप इस ट्रीटमेंट पर विचार कर रहे हैं, तो इसे डॉक्टर की सलाह और सावधानी के साथ ही अपनाएं. तो अगर आप भी अपने सफेद बालों को काला करना चाहते हैं, तो जान लें कि यह तरीका मौजूद है, लेकिन अभी तक यह सिर्फ कुछ ही मामलों में काम करने वाला और महंगा विकल्प है और सभी के लिए सुरक्षित या प्रमाणित नहीं माना जाता.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.