Air Pollution Protection: दिल्ली में इस समय हवा काफी दूषित है, कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स का लेवर 600 तक पहुंच गया है. यह काफी खतरनाक लेवल माना जाता है. कई लोगों को डॉक्टर थोड़े दिन बाहर बिताने की सलाह दे रहे हैं. लोगों को सलाह दी जा रही है कि जहां तक हो, बाहर कम निकलें और यदि निकलते हैं, तो मॉस्क लगाकर निकलें.  

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5 अक्टूबर को शेयर किए गए एक इंस्टाग्राम पोस्ट में डॉ. सोनिया गोयल, जो पिछले पांच साल से फेफड़ों की बीमारियों का इलाज कर रही हैं, उन्होंने यह समझाया कि क्या चेहरे पर लगाया जाने वाला मास्क वाकई प्रदूषण से बचाता है या नहीं.

क्या मास्क सच में प्रदूषण से बचाते हैं?

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डॉ. गोयल बताती हैं कि हम सभी प्रदूषण से बचने की उम्मीद में मास्क पहनते हैं, लेकिन उनकी असली प्रभावशीलता कैसी है, यह कम लोग जानते हैं. उनका कहना है कि हर मास्क एक जैसा नहीं होता. अगर आपको लगता है कि कोई भी मास्क चाहे सर्जिकल हो, N95 हो या KN95 प्रदूषण से बचाने के लिए काफी है, तो यह आपकी गलतफहमी दूर करने का सही समय है. यह जानना जरूरी है कि कौन सा मास्क आपको हवा में मौजूद सूक्ष्म कणों से सच में सुरक्षित रख सकता है.

सर्जिकल मास्क से कितना फायदा?

डॉ. गोयल कहती हैं, “सर्जिकल या कपड़े के मास्क बड़े कणों को तो रोक लेते हैं, लेकिन PM2.5 जैसे बेहद सूक्ष्म और खतरनाक कण आसानी से इनके आर-पार निकल जाते हैं.” यानी जब AQI बहुत खराब होता है, तब ये मास्क पर्याप्त सुरक्षा नहीं देते.

 

N95/KN95 मास्क सबसे असरदार

उनके अनुसार N95 या KN95 मास्क सबसे बेहतर विकल्प हैं. “ये मास्क हवा में मौजूद 95 प्रतिशत सूक्ष्म कणों PM2.5, धुआं और फाइन पार्टिकल्स को फिल्टर करने के लिए बनाए गए हैं. लेकिन ये तभी असर दिखाते हैं जब इन्हें सही फिट के साथ पहना जाए, नोज क्लिप ठीक से सेट की जाए और किनारों पर कोई गैप न हो.” मास्क कितनी देर तक काम करता है, यह भी मायने रखता है सिर्फ मास्क पहनना ही काफी नहीं है. “समय के साथ मास्क नमी और गंदगी पकड़ लेते हैं, जिससे उनकी क्षमता कम होती जाती है. अगर आप हाई पॉल्यूशन में ज्यादा समय बाहर रहते हैं, तो मास्क को नियमित रूप से बदलना जरूरी है.” उनकी सलाह है कि मास्क के साथ कुछ और सावधानियां भी अपनानी चाहिए.

इन बातों का भी रखें ध्यान

डॉ. गोयल सुझाती हैं कि सिर्फ मास्क ही काफी नहीं होता. इसके साथ में यह भी करें:

  • पीक ट्रैफिक ऑवर्स में बाहर जाने से बचें
  • जब हवा बेहद खराब हो, तो घर में रहें
  • घर/ऑफिस में एयर प्यूरीफायर इस्तेमाल करें
  • इनडोर प्लांट्स लगाएं जो हवा को बेहतर बनाते हैं
  • बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग खास सावधानी रखें

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.