नई दिल्ली: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) का कहना है कि भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया में यदि डेंगू और चिकनगुनिया जैसी मच्छ‍र जनित बीमारियों को समय से पहले रोकने और जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत होना बेहद आवश्यक है.   WHO दक्षिण-पूर्व एशिया की निदेशक पूनम खेतपाल सिंह का कहना है कि इसको रोकने के लिए एक विचारधारा होनी चाहिए. इन बीमारियों को रोकने के लिए एक निर्धारित योजना होनी चाहिए.

पूनम सिंह का कहना है डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को रोकने के लिए हेल्थ सेक्टर और नॉन हेल्थ सेक्टर दोनों को मिलकर एक साथ काम होना चाहिए. वेक्टर बोर्न डिजीज़ को रोकने के लिए एक मजबूत रणनीति तैयार करने और लागू करना जरूरी है.

WHO का सुझाव है कि कीटनाशक जाल, इनडोर छिड़काव, लार्वाइसाइड्स का इस्तेमाल और मच्छर प्रजनन स्थलों को दूर करने की आवश्यकता है.

पूनम सिंह इस बात पर जोर देती हैं कि मलेरिया और अन्य मच्छर जनित बीमारियों को सैनिटेशन, स्वच्छ पानी, साफ-सफाई, हेल्थो मैनेजमेंट के जरिए ही दूर किया जा सकता है.