Dalchini Side Effects: भारतीय रसोई में दालचीनी का एक अपना अलग ही स्थान है. इससे खाने का स्वाद दोगुना हो जाता है. इसके साथ ही यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को भी दूर करने की क्षमता रखता है. डाइट में अगर दालचीनी को शामिल किया जाए तो इससे ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है. दिल के रोगों का जोखिम भी कम होता है. इसके अलावा भी इसके और कई बड़े लाभ हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे सेहत को कई बड़े नुकसान भी हो सकते हैं. यह लीवर सहित अन्य अंगों को प्रभावित कर सकता है, तो अगर आप भी दालचीनी का सेवन करते हैं तो इससे होने वाले नुकसान को भी समझ लीजिए.


दालचीनी से होने वाले नुकसान


1.दालचीनी में ब्लड शुगर लेवल को कम करने की क्षमता होती है. रिसर्च के मुताबिक दालचीनी ब्लड शुगर के स्तर को कम करती है. ऐसे में अगर आप किसी शुगर लो करने वाली दवा के साथ दालचीनी का सेवन करते हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर बहुत ज्यादा कम हो सकता है जिससे आपकी बॉडी थकी-थकी महसूस कर सकती है. आपकी परेशानी कई गुणा बढ़ सकती है.


2.दालचीनी का अधिक मात्रा में सेवन करने से सांस से जुड़ी परेशानी हो सकती है. दालचीनी में मौजूद सिनामैल्डिहाइड गले में खराश जलन और सांस लेने में समस्या पैदा कर सकता है.अस्थमा रोगियों को दालचीनी का इस्तेमाल करते वक्त चौकन्ना रहना चाहिए क्योंकि ये लगातार खांसी और सांस की समस्याओं का कारण बन सकता है


3.दालचीनी पाचन प्रक्रिया को बाधित करता है. कुछ लोगों में दालचीनी के अधिक इस्तेमाल से पेट में जलन पैदा हो सकती हैं. यह ना सिर्फ दर्दनाक होता है बल्कि पेट का अल्सर और कैंसर का भी कारण बन सकता है.गैस्ट्रोपेरेसिस के मरीजों को भी दालचीनी का सेवन सीमित कर देना चाहिए, क्यों कि उनका शरीर आसानी से उसे पचाने में सक्षम नहीं होते


4.दालचीनी में कुमारिन की मात्रा काफी ज्यादा होती है. कुछ स्टडी के मुताबिक शरीर में कुमारिन की अधिकता की वजह से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. रिसर्च में पाया गया है कि कुमारिन युक्त आहार का सेवन करने से फेफड़े, लिवर और किडनी कैंसर होने की संभावना बनी रहती है.


5.बहुत ज्यादा अधिक मात्रा में दालचीनी का सेवन करने से मुंह में छाले होने का खतरा रहता है. दरअसल दालचीनी में सिनामैल्डिहाइड (cinnamaldehyde) होता है. यह एक ऐसा कंपाउंड है जिसके अधिक मात्रा में सेवन से एलर्जी की प्रतिक्रिया ट्रिगर होती है. इससे सिर्फ मुंह की एलर्जी नहीं होती बल्कि अन्य लक्षण भी देखे जा सकते हैं. जैसे जी जीभ या मसूड़े में सूजन जलन या खुजली होना, मुंह में सफेद दाग धब्बे होना.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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