प्रदूषण से बच्चों को खतरा, खुले में होने वाली गतिविधियों पर लगाई जाए रोक: IMA
एबीपी न्यूज़, एजेंसी | 07 Nov 2017 05:12 PM (IST)
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लिखे एक पत्र में आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ के के अग्रवाल तथा महासचिव डॉ आर एन टंडन ने कहा है कि वायु की गुणवत्ता 'खराब' से 'अत्यधिक खराब' होने की वजह से बच्चों को खास तौर पर खतरा है
फोटो क्रेडिट- एबीपी न्यूज़ संवाददाता, गौरव श्रीवास्तव
नई दिल्ली: शहर में वायु की गुणवत्ता में तेजी से आई गिरावट को देखते हुए भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने आज कहा है कि दिल्ली में जन स्वास्थ्य आपात स्थिति है. साथ ही आईएमए ने दिल्ली सरकार से स्कूलों में खुले में होने वाले खेल तथा ऐसी अन्य गतिविधियों पर रोक लगाने की अपील की है ताकि बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लिखे एक पत्र में आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ के के अग्रवाल तथा महासचिव डॉ आर एन टंडन ने कहा है कि वायु की गुणवत्ता 'खराब' से 'अत्यधिक खराब' होने की वजह से बच्चों को खास तौर पर खतरा है. पत्र में आईएमए ने कहा है कि जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 200 को पार कर जाता है तो आम तौर पर सलाह दी जाती है कि खुले में होने वाली गतिविधियों को रोका जाए इसलिए खुले में होने वाले सभी खेलों, मैराथन रेस और स्कूलों में खुले में होने वाली गतिविधियों को रोका जाना चाहिए. पत्र में आगे कहा गया है, वायु प्रदूषण के घातक प्रभाव का असर बच्चों पर पड़ने की आशंका अधिक होती है क्योंकि उनके फेफड़े अभी विकसित हो रहे हैं और खुले स्थान पर खेल रहे या व्यायाम कर रहे बच्चों को और अधिक ऑक्सीजन की जरूरत होती है इसलिए वह अपने फेफड़ों में अधिक मात्रा में प्रदूषित वायु लेते हैं जिससे न केवल उनके फेफड़ों का विकास बाधित होता है बल्कि उन्हें जीवन में आगे जा कर सांस लेने संबंधी समस्या होने लगती है. आईएमए ने कहा है हम वायु की खराब गुणवत्ता के मद्देनजर आपसे स्कूलों में खुले में होने वाली गतिविधियों तथा खेलों पर रोक लगाने तथा दिल्ली-एनसीआर में सभी स्कूलों में इस संबंध में एक परामर्श जारी करने की अपील करते हैं क्योंकि वायु प्रदूषण की वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है.