नई दिल्लीः मेडिटेशन के तो आपने कई फायदे सुने होंगे लेकिन क्या रोजाना 10 मिनट तक मेडिटेशन के बारे में आप जानते हैं. जी हां, रोजाना 10 मिनट मेडिटेशन से आप मन के भटकाव, बुरे विचारों और एंजाइटी को दूर कर सकते हैं. क्या कहती है रिसर्च- मांइडफुलनेस (Mindfulness) को ध्यान के लिए जाना जाता है. वर्तमान में किसी भी तरह का तुरंत निर्णय लेने में सिर्फ मेडिटेशन ही आपकी मदद कर सकता है. रिसर्च में पाया गया कि प्रजेंट मूवमेंट के प्रति अवेयरनेस, दोहराव को कम करने, टास्क के बारे में सोचने और एंजाइटी को कम करने के लिए मेडिटेशन से बेहतर कुछ नहीं. क्यों जरूरी है मेडिटेशन- कनाडा की वाटरलू यूनिवर्सिटी के डॉक्टरल स्टूडेंट मैनगैन यू का कहना है कि हमारी रिसर्च बताती है कि मेडिटेशन से भटकाव को रोकने और एंजाइटी से प्रोटेक्ट करने में मदद मिलती है. रिसर्च में ये भी पाया गया कि मेडिटेशन एंजाइटी से गुजर रहे लोगों के ध्यान को इंटरनल परेशानियों से हटाकर प्रजेंट मूवमेंट पर जीने में मदद करता है. बाहरी दुनिया पर अधिक फोकस करने से टास्‍क को आसानी से अचीव किया जा सकता है. कैसे की गई रिसर्च- कॉन्शियसनेस एंड कॉग्निशियन में पब्लिश इस रिसर्च में 82 ऐसे लोगों को लिया गया जो कि एंजाइटी से गुजर रहे थे. रिसर्च में इन लोगों पर मेडिटेशन के इफेक्ट्स देखे गए. प्रतिभागियों को टास्क दिया गया कि वे बाहरी रूकावटों के बीच कंप्यूटर पर काम करते हुए अपने टास्क पर फोकस करें. रिसर्च के नतीजे- रिसर्च में देखा गया कि लोगों को रोजाना कभी ना कभी ऐसा मूवमेंट आता है जब वे अपने टास्क से भटकने लगते हैं. जो लोग एंजाइटी, नेगेटिव थॉट्स, दोहराव, सीखने में मन ना लगने जैसी परेशानियों से गुजर रहे हैं उनके लिए मेडिटेशन बहुत जरूरी है.