National Doctors Day 2024 : हमें बीमारियों से बचाकर ठीक करने वाले डॉक्टरों के सम्मान में आज डॉक्टर्स डे (Doctors Day 2024) मनाया जा रहा है. कुछ लोग उन्हें भगवान तो कुछ लोग सुपरहीरो मानते हैं. किसी भी बीमारी या महामारी में डॉक्टर्स ही हमें मजबूती देते हैं जो ढाल बनकर गंभीर से गंभीर बीमारियों से हमें बचाते हैं.
ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि हम सभी को ठीक करने वाले डॉक्टर आखिर खुद कितने हेल्दी हैं, क्या उन्हें कोई प्रॉब्लम्स नहीं होती हैं. वे आखिर किन दिक्कतों के बीच हमारा इलाज करते हैं. आइए जानते हैं उन चुनौतियों के बारें में जिनसे आज हमारे डॉक्टर्स जूझ रहे हैं...
मेंटल प्रॉब्लम्स से जूझ रहे डॉक्टर्सइंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने एक सर्वे के मुताबिक, कई बार लोग डॉक्टरों से लड़ाई कर लेते हैं या उन पर हमले कर देते हैं या फिर उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमें दायर कर दिए जाते हैं, जिनके डर से डॉक्टर्स जूझ रहे हैं. इसके अलावा नींद की कमी, तनाव हावी होना, सामाजिक चुनौतियों और रूढ़िवादिता के चलते देश में बड़ी संख्या में डॉक्टर्स मानसिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं. सर्वे की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में 82.7% डॉक्टर्स तनाव में हैं.
नींद पूरी नहीं कर पाते हैं डॉक्टर्सअलग-अलग डिपार्टमेंट्स से जुड़े देशभर के 1,681 डॉक्टरों पर हुए इस सर्वे के मुताबिक, 46.3% डॉक्टरों ने हिंसा के डर को तनाव माना है, जबकि 13.7 परसेंट को लगता है कि उन्हें तनाव आपराधिक मुकदमा चलाने की वजह से है. खुद मरीजों को रोजाना 6-8 घंटे की नींद पूरी करने की सलाह देने वाले डॉक्टर खुद कई वजहों से नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं. काम के दबाव या अन्य कारणों से उनका खानपान भी सही नहीं हो पाता है.
दबाव में हैं बड़ी संख्या में डॉक्टर्सएक्सपर्ट्स का कहना है कि डॉक्टरों को लेकर कई चीजें बदलने की जरूरत है. बहुत से लोग डॉक्टरों को भगवान मानते हैं. वे सोचते हैं कि डॉक्टर सबकुछ गए हैं. इलाज करवाने आए हैं तो सब सही ही हो जाएगा, ज्यादा पैसा खर्च करने का मतलब मरीज ठीक ही हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं है.
डॉक्टर्स न भगवान हैं और ना ही सुपरहीरो. वे सिर्फ अपना बेस्ट दे सकते हैं. कई लोगों के लिए तो डॉक्टर्स सबसे सॉफ्ट टारगेट भी हैं, वे किसी डॉक्टर को मार देते हैं या धमकी दे-देकर उन्हें सुसाइड करने पर मजबूर कर देते हैं. ऐसे में समझने की जरूरत है कि डॉक्टर भगवान नहीं हैं.
डॉक्टर्स की चुनौतियांडॉक्टरों को उनके काम की तारीफ बहुत कम ही मिल पाती हैं.इलाज के लिए बेहतर रिसोर्सेज और काम के लिए सही कंजीशन जरूरीडॉक्टर्स के साथ होने वाली मारपीट या दुर्व्यवहार रोकने की जरूरत है.डॉक्टर्स की लाइफ को भी स्पेस देने की जरूरतडॉक्टर्स के शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य को लेकर संवेदनशील होने की जरूरत.
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