मौसम बदलते ही खांसी और कफ की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है. खांसी के दौरान कुछ लोगों की बलगम की समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बलगम का रंग आपको कई तरह की बीमारियों का संकेत देता है. आपकी बलगम के रंग का कई बीमारियों से खास संकेत है. डॉक्टरों का कहना है कि जब बैक्टीरिया गले और फेफड़ों में गंभीर रूप से इंफेक्शन करता है तो इससे खांसी जैसी गंभीर परेशानी होने लगती है.

नॉर्मल खांसी और गंभीर खांसी में फर्क

नॉर्मल खांसी 2-3 दिन में अपने आप ठीक हो जाती है. लेकिन गंभीर स्थिति में बलगम की समस्या होने लगती है. आपके बलगम के रंग आपकी बीमारी और शरीर के बारे में कई संकेत देते हैं. सफेद रंग के अलावा अगर किसी दूसरे रंग का काफ निकल रहा है तो यह दूसरी बीमारी के संकेत हो सकते हैं. बलगम पीले रंग का होता जो लंग्स के गंभीर इंफेक्शन का संकेत हो सकते हैं. इसे गंभीर स्थिति को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए. ऐसे में आपको डॉक्टर से खास सलाह लेनी चाहिए. 

कफ के रंग से पहचानिए फेफड़ों का हाल  कफ का सफेद रंग 

अगर आपको सफेद रंग का कफ आ रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. दरअसल सफेद कफ टीबी का संकेत होता है. इस रंग के कफ से पता चलता है कि आपके फेफड़े संक्रमित हो रहे हैं और टीबी या अस्थमा के रिस्क हो सकते हैं.  कफ में काले स्पॉट्सअगर आपके कफ में काले रंग के स्पॉट्स यानी कण दिखाई दे रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपके फेफड़ों पर प्रदूषण का काफी असर हो गया है. ये धूल और प्रदूषण के कण होते हैं जो फेफड़ों में जाकर जम जाते हैं.  पीला या हरा रंग अगर कफ का रंग हल्का पीला या हरा दिख रहा है तो ये फेफड़ों के संक्रमण का संकेत है और हो सकता है कि आपका शरीर टीबी का शिकार हो गया है. ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.  चिपचिपा और सुनहरा कफअगर आपके कफ का रंग सुनहरा दिख रहा है और ये चिपचिपा है तो इसका मतलब है कि आपके साइनोसाइटिस की दिक्कत हो रही है.  गुलाबी रंग अगर आपके कफ का रंग लाल या गुलाबी है तो आपको समझना चाहिए कि लंग्स के ब्लड वेसल्स से खून निकल रहा है. ऐसा तब होता है जब नाक की नली औऱ गले में इंफेक्शन हो जाता है. कई बार नाक की नली में सूखापन आने की वजह से भी ऐसा हो सकता है. 

ये भी पढ़ें: च्युइंग गम या स्लो पॉइज़न? हर बाइट में समा रहे हैं सैकड़ों माइक्रोप्लास्टिक कण! काला रंग काले रंग का कफ उन लोगों को आता है जो काफी ज्यादा स्मोकिंग करते हैं. फेफड़ों में गंदगी और स्मोकिंग के कण भरने की वजह से काला कफ आता है. कई बार कोरोना से पीड़ित लोगों के कफ में भी काले रंग के कफ की शिकायत हुई है. स्मोकिंग करने वालों को ऐसा कफ दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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