टीबी (Tuberculosis) गंभीर बीमारी के साथ-साथ बेहद खतरनाक है. अगर इसका वक्त रहते इलाज नहीं किया जाता है तो यह जानलेवा साबित हो सकता है. यह बैक्टीरिया से संक्रमित बीमारी है जो फेफड़ों को इफेक्ट करती है. इस बीमारी के प्रमुख लक्षण होते हैं काफी दिन तक खांसी होना. जानें क्या कहती है स्टडी.


ट्यूबरक्लोसिस गंभीर बैक्टीरियल इंफेक्शन


ट्यूबरक्लोसिस (Tuberculosis) एक गंभीर बैक्टीरियल इंफेक्शन की बीमारी है. यह सबसे ज्यादा फेफड़ों को प्रभावित करता है. 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' (WHO) के मुताबिक टीबी बैक्टीरिया से दुनिया की एक चौथाई लोग संक्रमित हुए है.इनमें से 5 से 10 प्रतिशत लोगों में इसके लक्षण दिखाई देते हैं.  यह टीबी की बीमारी होती है. हर साल 20 लाख टीबी के नए मामले सामने आते हैं.


क्या कहती है स्टडी?


टीबी का सबसे आम लक्षण होता है खांसी. 'द लांसेट इन्फेरक्शियस डिजीज' (The Lancet Infectious Disease) में आई एक स्टडी के मुताबिक टीबी के लगभग 80 प्रतिशत मरीजों में में Persistent Cough या खांसी के लक्षण दिखाई देते हैं. एशिया और अफ्रीका के 12 देशों में लगभग 60 हजार लोगों को शामिवल किया गया. लगभग 60 प्रतिशत मरीजों में खांसी के कोई संकेत नजर नहीं आते है. 


कभी-कभी टीबी के मरीज को खांसी नहीं होती है


लंबे समय तक रहने वाली खांसी को टीबी का मुख्य लक्षण माना जाता है. ज्यादातर मामलों में टीबी की जांच की जाती है. लैंसेट की स्टडी के मुताबिक टीबी की जांच करने के लिए एक सही मापदंड की जरूरत है. कई बार टीबी के मरीज को खांसी नहीं होती है जिसके कारण ध्यान नहीं जाता है. इसके कारण इलाज में काफी देरी हो जाती है. जो इस बीमारी को जानलेवा बना देती है. 



संक्रमित मरीज से फैल सकती है टीबी की बीमारी


स्टडी के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति को टीबी की बीमारी है और वह अगर खांसी करता है. तो थूक के जरिए उसकी बैक्टीरिया उसके पास वाले में फैल सकती है. यह बैक्टीरिया हवा के जरिए भी फैल सकती है. इसलिए अगर किसी को टीबी की बीमारी है तो उसे मुंह पर मास्क लगाना चाहिए. 


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