Spinal Tuberculosis: इसे चमत्कार कहें या डॉक्टरों की मेहनत का नतीजा, दिल्ली में स्पाइनल टीबी यानी रीढ़ की हड्डी के टीबी की शिकार महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. आपको बता दें कि स्पाइनल टीबी की शिकार ये महिला गर्भवती थी और इसके पीठ के नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त था. इसने डिलीवरी के समय ना केवल बच्चे को जन्म दिया बल्कि ये चलने फिरने में भी सक्षम हो गई. आपको बता दें कि महिला को प्रेग्नेंसी के दौरान ही स्पाइनल टीबी होने की जानकारी मिली थी और इसके बावजूद उन्होंने बच्चे को जन्म दिया. चलिए जानते हैं कि स्पाइनल टीबी यानी रीढ़ की हड्डी का टीबी क्या होता है और इसके लक्षण क्या होते हैं. 

 

स्पाइनल टीबी क्या है
  

स्पाइनल टीबी रीढ़ की हड्डी में टीबी है. ये एक संक्रामक रोग कहलाता है जो ट्यूबरकुलोसिस नाम के माइक्रो बैक्टीरियम जीवाणु की वजह से होता है. इसका शिकार आमतौर पर युवा लोग होते हैं.  यूं तो टीबी ज्यादातर फेफड़ों को शिकार बनाता है लेकिन जब ये टीबी शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है तो स्पाइनल टीबी हो जाता है. टीबी होने पर इसके जीवाणु फेफड़ों से होते हुए लिम्फ नोड और खून से होते हुए हड्डियों, रीढ़  और जोड़ों में फैल जाता है. स्पाइनल टीबी इंटर वर्टिकल डिस्क से शुरू होता है और धीरे धीरे ये रीढ़ की हड्डी में फैल जाता है. इसका अगर सही समय पर इलाज ना शुरू हो सके तो व्यक्ति को लकवा मार सकता है और वो अपाहिज हो सकता है. 

 

क्या हैं स्पाइनल टीबी के लक्षण    

स्पाइनल टीबी के लक्षण बीमारी के पहले चरण में नजर नहीं आते हैं. हालांकि इस दौरान कमर में दर्द होने लगता है लेकिन लोग इसे सामान्य कमर दर्द समझ कर नजरंदाज कर देते हैं. आमतौर पर बीमारी जब एडवांस स्टेज में पहुंचती है तो जांच के जरिए ही इसे डाग्नासोस किया जा सकता है. एडवांस स्टेज में रोगी की पीठ में तेज दर्द होने लगता है. पीठ में सूजन आ जाती है.

 

थकान महसूस होना, बार बार पसीना आना, बुखार बने रहना, हड्डियों का कमजोर होना, भूख कम हो जाना स्पाइनल टीबी के लक्षण हैं. स्पाइनल टीबी की जांच के लिए आजकल ब्लड टेस्ट,एक्सरे, नीडल बायोप्सी और सीटी-एमआरआई समेत कई तरह के ऑप्शन मौजूद हैं. आपको बता दें कि स्पाइनल टीबी के इलाज के साथ साथ रोगी को एंटी ट्यूबरकुलर दवाएं भी दी जाती हैं ताकि उसके पूरे शरीर में टीबी का असर खत्म हो सके.

 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.