International Yoga Day 2024: हर साल 21 जून को पूरी दुनिया में विश्व योग दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को योग के प्रति प्रोत्साहित करना और उन्हें योग करने के लिए मोटिवेट करना है, क्योंकि योग से ही हर रोग दूर होता है. लेकिन अगर सही तरीके से सही वातावरण में योग ना किया जाए तो इसके साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं.

ऐसे में अक्सर लोगों का सवाल रहता है कि गर्मी भरे मौसम में योग करने के दौरान बहुत पसीना आता है, तो क्या एसी रूम में योग करना सही होता है या गलत? तो चलिए आपके सवाल का हम जवाब देते है और आपको बताते हैं एसी रूम में योग करने के फायदे और नुकसान क्या होते हैं.

एसी रूम में योग करने के नुकसान यह तो हम सभी जानते हैं कि हर चीज के कुछ फायदे और कुछ नुकसान होते हैं, ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि एसी की हवा में योग करने से क्या नुकसान हो सकता है और इसके फायदे क्या है- 

ऑक्सीजन की मात्रा कम दरअसल, एसी से कृत्रिम हवा निकलती है, जो ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देती है. ऐसे में जब आप एसी वाले रूम में योग करते हैं, तो कई बार ऑक्सीजन की कमी से सांस लेने में तकलीफ होती है और एनर्जी लेवल भी धीरे-धीरे कम हो जाता है. 

शरीर से पसीना ना निकलना जब आप एसी वाले कमरे में बैठकर योग करेंगे, तो ठंडे वातावरण में आपके शरीर से पसीना नहीं निकलेगा और जब पसीना आपके शरीर से नहीं निकलेगा, तो फैट लॉस करने में आपको परेशानी होगी और योग का ज्यादा प्रभाव भी नजर नहीं आएगा. 

गले और नाक में दर्द होना एसी वाले रूम में लगातार योग करने से सांस लेने वाले आसन और प्राणायाम करने में समस्या आ सकती है, क्योंकि इसमें आपको बार-बार सांस को अंदर लेना और बाहर छोड़ना होता है. ऐसे में एसी की शुष्क हवा लंबे समय तक इन्हेल करने से नाक और गले में दर्द हो सकता है. 

एसी की हवा में योग करने के फायदे उमस भरे मौसम से राहत दें इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है, ऐसे में अगर आप एसी वाले कमरे में योग करते हैं, तो इससे आपको उमस से छुटकारा मिल सकता है और आप लंबे समय तक अपना वर्कआउट सेशन आराम से कर सकते हैं. 

टेंपरेचर और नमी को कंट्रोल करें एयर कंडीशनर तापमान को और नमी को कंट्रोल कर सकता है, जिससे आप आराम से योग कर सकते हैं. लेकिन एसी का टेंपरेचर बहुत ज्यादा कम नहीं रखना चाहिए. 

योग करने के लिए एसी का कैमरा सही या गलत हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि योग अभ्यास करने के लिए एसी वाले कमरे का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए. आपको खुले वातावरण में योग या प्राणायाम करना चाहिए, जहां हवा और सूरज की किरणें आ सकें. बंद कमरे में योग करने के फायदे कम होते हैं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 

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