Weak Immune System Symptoms: हमारे शरीर को बीमारियों से बचाने और अलग-अलग तरह के संक्रमण से लड़ने का काम इम्यून सिस्टम करता है. अगर इम्यून सिस्टम कमजोर होगा तो न सिर्फ आपको तरह-तरह के संक्रमण से लड़ने में तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, बल्कि आपकी रोगो से लड़ने की क्षमता भी कमजोर हो जाएगी. इतना ही नहीं, आपके लिए छोटी सी शारीरिक परेशानी भी बड़ी बन जाएगी.


कई बार कुछ कारणों के चलते इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है या अंडरएक्टिव और ओवरएक्टिव हो जाता है. इसकी वजह से इम्यून सिस्टम फिर आपकी सुरक्षा करने के बजाय आपके शरीर पर ही अटैक करने लगता है. इसे ऑटोइम्यून डिजीज कहा जाता है. ऐसे कई लक्षण हैं, जो यह बताते हैं कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है. इम्यून सिस्टम की कमजोरी का पता लगाने के बाद इलाज के जरिए इसे ठीक भी किया जा सकता है. आइए जानते हैं कि इम्यून सिस्टम के कमजोर होने पर शरीर में कौन-कौन से लक्षण उभरकर सामने आते हैं.


कमजोर इम्यून सिस्टम के लक्षण


1. सूखी आंखें: कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में यह लक्षण आमतौर पर देखा जाता है. अगर आपको भी अपनी आंखें सूखी-सूखी महसूस हो रही हैं तो समझ जाएं कि इम्यून सिस्टम कमजोर है. इस लक्षण में आपको ऐसा महसूस होगा कि आपकी आंखों में रेत चली गई है और सबकुछ धुंधला धुंधला नजर आ रहा है. ऐसा आमतौर पर कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से होता है, जो आंखों से पानी को सुखा देती है. 


2. डिप्रेशन: डिप्रेशन भी इम्यून डिजीज का संकेत हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस स्थिति में इम्यून सिस्टम इंफ्लेमेटरी सेल्स, जिन्हें साइटोकिन्स के तौर पर भी जाना जाता है, को ब्रेन में भेजता है. ये सेल्स सेरोटोनिन नाम के हार्मोन को रिलीज नहीं होने देतीं, जो मूड को अच्छा रखने में मदद करता है. 


3. स्किन पर दाने: अगर स्किन पर रैशेज हो जाते हैं या फिर आप एक्जीमा जैसी परेशानियों से जूझ रहे हैं तो कहीं न कहीं ये भी कमजोर इम्यून सिस्टम का लक्षण हो सकता है. ऐसा आमतौर पर तब होता है, जब इम्यून सिस्टम ओवरएक्टिव हो जाता है. ऐसी स्थिति में सोरायसिस होने की संभावना रहती है. 


4. पेट से जुड़ी समस्याएं: पेट या डाइजेशन से जुड़ी परेशानियां जैसे- गैस बनना, पैट फूलना, बेवजह वजन का कम होना आदि आपको अपने शरीर में दिखने लगें तो हो सकता है कि आपको सीलिएक रोग हो. ये रोग कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से होता है. 


5. हाथ-पैर का ठंडा रहना: अगर आपके हाथ या फिर पैर हमेशा ही ठंडे रहते हैं तो यह भी ऑटोइम्यून डिज़ीज़ हो सकता है. इस बीमारी में आपके हाथों और पैरों तक ब्लड का फ्लो धीमा रहता है. यही वजह है कि हाथ-पैर ठंडे हो जाते हैं.  


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