How tO Use Thermometer: बदलते मौसम में वायरल फीवर, खांसी, जुकाम, बुखार होना लाजमी है. कई बार तो ऐसा होता है कि आपको बिना किसी काम के भी थकावट महसूस होने लगती है. सिर्फ इतना ही नहीं आपको अंदर से फिल होता है कि आपको फीवर है. बुखार फिल होने पर कुछ लोग डायरेक्ट दवा खा लेते हैं तो कुछ लोग थर्मामीटर से चेक करने के बाद ही दवा खाते हैं. 


आज भी कई लोगों को थर्मामीटर से फीवर चेक करने ठीक से नहीं आता है. जिसकी वजह से रीडिंग गलत आती है और फिर वह उसी हिसाब से दवा खा लेते हैं. ऐसा करने से आपकी सेहत पर दवाई का बुरा असर पड़ सकता है. थर्मामीटर का इस्तेमाल करना आसान है लेकिन कई लोग लोग अक्सर एक कॉमन मिस्टेक्स कर बैठते हैं. जिसकी वजह से आपके शरीर के टेम्प्रेचर की ठीक से जानकारी नहीं मिल पाती है.


आइए जानते हैं थर्मामीटर से फीवर चेक करने का सही तरीका क्या है? 


लेंस को क्लीन रखें


सबसे पहले लेंस को क्लीन रखें. इस पर जमी धूल, मिट्टी या किसी भी तरह की गंदगी को किसी साफ कपड़े से साफ करें. कई बार गंदगी जमने के कारण भी रीडिंग गलत आती है. दूसरी और सबसे महत्वूर्ण बात यह है कि जब भी थर्मामीटर से बुखार मापते समय स्कैनर के लेंस को अच्छे से साफ कर लें. 


डाइट पर फोकस करें


गर्म हो या ठंडा पानी पीने से शरीर के टेंपरेचर को काफी ज्यादा इफेक्ट करता है. जिसकी वजह से थर्मामीटर कई बार फीवर की गलत रीडिंग देने लगता है. इसलिए हमेशा एक बात याद रखें कि जब भी फीवर चेक करें हमेशा 15 मिनट पहले कुछ भी गर्म या ठंडा खाने पीने को अवॉयड करें. 


जीभ के नीचे थर्मामीटर रखें


फीवर चेक करते समय कुछ लोग थर्मामीटर को ठीक से मुंह में सेट नहीं करते हैं. इसलिए जरूरी है कि फीवर चेक करते समय थर्मामीटर को हमेशा जीभ के नीचे दबाकर 5 मिनट के लिए रहने दें. 


थर्मामीटर का टाइप


बुखार की सही रीडिंग देने के लिए मर्करी वाले थर्मामीटर बेस्ट है. लेकिन आजकल मार्केट में इस तरह के थर्मामीटर कम ही देखने को मिलते हैं. 


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