आजकल सिर दर्द, पीरियड्स क्रैंप्स या मांसपेशियों में खिंचाव जैसी समस्याएं आम हो चुकी है. इस तरह के दर्द में लोग तुरंत पेनकिलर खा लेते हैं, जबकि लगातार पेन किलर लेने से पेट, लिवर और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बिना दवा के दर्द से राहत मिल सकती है? इसे लेकर आयुर्वेद में बताया गया है कि दर्द सिर्फ एक लक्षण नहीं बल्कि शरीर में मौजूद असंतुलन का नतीजा होता है. इसलिए हर दर्द का इलाज अलग-अलग जड़ी-बूटियाें से किया जाता है.
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां दर्द को कुछ समय के लिए दबाती नहीं है, बल्कि नेचुरल हीलिंग को बढ़ाती है. इनका असर थोड़ा धीरे होता है, लेकिन यह लंबे समय के लिए कारगर साबित होता है और किसी तरह का साइड इफेक्ट भी नहीं होता है. यही वजह है कि आयुर्वेद में दूध में कुछ औषधीय चीजें मिलाकर पीने को देसी पेन किलर माना जाता है. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि दूध में कौन सी चीजें आप मिला लेंगे तो देसी पेन किलर तैयार हो जाएगा .
हल्दी वाला दूध- हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन कम करने में बहुत असरदार माना जाता है. चोट, मांसपेशियों के दर्द, सिर दर्द, या शरीर के अंदर की सूजन में हल्दी का सेवन बहुत फायदा पहुंचाता है. ऐसे में रात को हल्दी वाला दूध पीने शरीर की कई दिक्कतें दूर होती है. हल्दी वाला दूध पीने से से पाचन भी सुधरता है और पेट भी साफ रहता है.
लौंग- आयुर्वेद में लौंग के भी कई फायदे बताए गए हैं. आयुर्वेद में दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए लौंग का उपयोग किया जाता है. खासकर दांत और मसूड़ों में दर्द के लिए इसका काफी महत्व बताया जाता है. ऐसे में अगर आप दूध में लौंग मिलाकर पीते हैं तो यह भी एक देसी पेन किलर की तरह काम करता है.
त्रिफला पाउडर- त्रिफला पाउडर के भी आयुर्वेद में कई फायदे बताए गए हैं. दरअसल आयुर्वेद के अनुसार त्रिफला पाचन सुधारने और शरीर को डिटॉक्स करने के लिए जाना जाता है. वहीं इसे दूध में मिलाकर पीने से कब्ज दूर करने में मदद मिलती है, जिससे शरीर की जकड़न और दर्द से भी राहत मिलती है.
जायफल- जायफल में मौजूद स्लीप रिड्यूसिंग गुण दिमाग को शांत करते हैं. ऐसे में रात में जायफल वाला दूध गहरी नींद लाने के साथ शरीर की थकान और दर्द को भी काम करता है.
दालचीनी- दूध में दालचीनी मिलाकर पीने से भी यह पेन किलर की तरह काम करता है. दालचीनी मिलाकर पीने से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है. वहीं यह ब्लड शुगर को भी संतुलित रखता है और पाचन सुधरता है.
चिया सीड्स-दूध में चिया सीड्स मिलाकर पीने से भी यह पेन किलर की तरह काम करता है. फाइबर और ओमेगा 3 से भरपूर चिया सीड्स पाचन को दुरुस्त रखता है और शरीर की कमजोरी कम करता है, जिससे दर्द सहने की क्षमता भी बढ़ती है.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.