सर्दियों का मौसम अपने साथ कई सारी शारीरिक परेशानियां लेकर आता है. सर्दी, जुकाम, खासी, बुखार और सांस संबंधी समस्याएं इस मौसम में आमतौर पर ज्यादातर लोगों को हो जाती हैं. बीमारियों से बचने और सेहतमंद रहने के लिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों और मिनरल्स की जरूरत होती है. अंडा एक ऐसा आहार हैं, जो शरीर में कई पोषक तत्वों की आवश्यकता को पूरा करता है. अंडे विटामिन, खनिज, प्रोटीन, वसा और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं. इसकी तासीर गर्म होती है. ये शरीर को गर्माहट पहुंचाने का काम करता है, इसलिए सर्दियों में ज्यादातर लोग इसका सेवन करते हैं. 


अब सवाल उठता है कि क्या अंडे रोजाना खाना चाहिए और खाने चाहिए तो दिन में कितने खाने चाहिए? दूसरा सवाल यहां ये भी है कि क्या सिर्फ अंडे की सफेदी का सेवन करना चाहिए या जर्दी (एग यॉक) का भी? 


'एग यॉक' के फायदे और नुकसान


मैकमास्टर यूनिवर्सिटी और हैमिल्टन हेल्थ साइंसेज के पॉपुलेसन हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीएचआरआई) के रिसर्चर्स की एक टीम ने सुझाव दिया कि एक दिन में एक अंडा खाने से आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा और ना ही यह आपके कोलेस्ट्रॉल के लेवल को प्रभावित करेगा. कैलिफोर्निया स्थित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. पलानीअप्पन मणिकम ने अंडे की जर्दी यानी 'एग यॉक' के कई स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में इंस्टाग्राम पर पोस्ट एक वीडियो के जरिए बताया.


उन्होंने बताया कि कोलेस्ट्रॉल की समस्याओं के खौफ से कई लोगों ने अंडे खाना कम कर दिया है, क्योंकि ये कोलेस्ट्रॉल का एक अच्छा खासा सोर्स होते हैं. न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि बड़े अंडे की जर्दी में लगभग 200 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने इससे पहले अंडे की जर्दी से परहेज करने की सलाह दी थी और कहा था कि ये कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ाने का काम करता है. दिल्ली के फोर्टिस हॉस्पिटल की चीफ डायटिशियन रूचिका जैन ने बताया कि अंडे कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के काम करते हैं, लेकिन फिर भी सेवन को एक अंडे तक सीमित किया जा सकता है. 


अंडे में कई सारे पोषक तत्व


रूचिका कहती हैं कि अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है, जिसे कोई बीमारी नहीं है और फलों, साबुत अनाज, नट्स और हेल्दी ऑयल जैसे जरूरी आहार का सेवन कर रहा है और अपने दिल से जुड़े खान-पान का भी ध्यान रख रहा है तो वो रोजाना एक अंडा खा सकते है. क्योंकि एक अंडे में काफी सारे पोषक तत्व होते हैं. अंडे की सफेदी में बहुत ज्यादा प्रोटीन होता है और जर्दी में भी प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है. जर्दी में वसा होती है, लेकिन फिर भी ये ऐसे कई पोषक तत्वों से भरा होता है, जो अंडे की सफेदी में नहीं पाए जाते.


डॉ मनिक्कम ने कहा कि शरीर में ज्यादातर कोलेस्ट्रॉल लीवर द्वारा निर्मित होता है. यही वजह है कि कई विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादा सैचुरेटेड फैट वाला आहार लीवर को ज्यादा कोलेस्ट्रॉल पैदा करने के लिए मजबूर कर सकता है. भले ही अंडे की जर्दी में कोलेस्ट्रॉल और फैट होता है, लेकिन दिन में एक बार इसका सेवन पर्याप्त होता है. एक अंडा खाने से हृदय रोग को बढ़ावा नहीं मिलता. उन्होंने कहा कि कोलेस्ट्रॉल होने के बावजूद अंडों में सैचुरेटेड फैट कम होता है और आमतौर पर पौष्टिक माना जाता है. एक अंडे में लगभग 78 कैलोरी होती है. ये प्रोटीन, विटामिन डी और कोलीन का एक अच्छा सोर्स माना जाता है. 


रुचिका जैन ने कहा कि अंडे में लगभग 65-78 कैलोरी होती है. यहां बात यह नहीं है कि कितने अंडे खाए जाने चाहिए, बल्कि ध्यान इस बात का भी रखना है कि अंडे कैसे तैयार किए जाएं, जिससे शरीर को कोई नुकसान न पहुंचे. अगर आप बहुत ज्यादा तेल के साथ अंडे को फ्राई कर रहे हैं तो इससे निश्चित रूप से कैलोरी में बढ़ोतरी होगी. हालांकि अगर आप बहुत कम तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसमें कैलोरी काफी कम होगी. जर्दी में फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए अगर आपको कोलेस्ट्रॉल का जोखिम है तो इसके सेवन से बचें, हालांकि अंडे की सफेदी को खाया जा सकता है. हेल्दी लोगों की बात करें तो उन्हें रोजाना एक अंडा जरूर खाना चाहिए.


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