Tips For Longevity And Feeling Younger: बुढ़ापा एक नेचुरल प्रोसेस है और हम में से कोई भी इससे बच नहीं सकता. देर-सवेर हम सभी को उम्र बढ़ने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. लेकिन जो लोग अपने स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हैं और एक स्वास्थ्य जीवन शैली अपनाते हैं, वह धीरे-धीरे बूढ़े होते हैं. जबकि जो लोग इन चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं वो जल्दी बूढ़े हो जाते हैं. उदाहरण के तौर पर नॉर्मल इंसान जल्दी बूढ़े दिखने लगता हैं, जबकि सेलिब्रिटी जो अपने खान-पान, एक्सरसाइज, डाइट का पूरा ख्याल रखते हैं. वो देर से बूढ़े होते हैं या फिर उम्र बढ़ती है लेकिन बावजूद उसके उनके चेहरे पर एजिंग के साइन नजर नहीं आते.

उम्र बढ़ने की प्रक्रिया पर क्या कहते हैं वैज्ञानिक

वहीं हाल ही में जाने-माने लाइफ़स्टाइल कोच लियुक काउटिन्हो ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर उम्र बढ़ने और इसे धीमा करने के बारे में एक पोस्ट साझा की है. उन्होंने कहा है कि वैज्ञानिकों ने उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का लंबे समय तक अध्ययन किया है जिसमें ये निकल कर आया है कि ये अनुवांशिक और गैर अनुवांशिक फैक्टर पर डिपेंड करता है.

नॉन जेनेटिक फैक्टर्स का मतलब समझाते हुए कोच बताते हैं कि आपका लाइफस्टाइल कैसा है और आपके आसपास का एनवायरनमेंट कैसा है, यह सब आपके बुढ़ापे के लिए जिम्मेदार है. उनकी माने तो अब जींस को तेजी से बूढ़ा होने के लिए दोष देना बंद कर देना चाहिए,क्योंकि हम सभी में अच्छे और बुरे जीन होते हैं, यह हमारा फर्ज बनता है कि कैसे हम अच्छे लाइफस्टाइल और एनवायरनमेंट में रहकर इसे सही कर सकते हैं.

टेलोमेरेस की लंबाई पर निर्भर करता है बुढ़ापा

कोच के मुताबिक, जिस गति से आपकी उम्र बढ़ती है वो टेलोमेरेस की लंबाई पर निर्भर करती है. टेलोमेरेस वह संरचनाएं हैं जो क्रोमोसोम केअंत में पाई जाती है.स्टडी दिखाती है कि टेलोमेरेस की लंबाई और लाइफ एक्सपेक्टेंसी के बीच डायरेक्ट रिलेशन है, टेलोमेरेस को लम्बाई जीवन शैली के प्रति संवेदनशील है और इसका छोटा होना वैज्ञानिक रूप से कैंसर की संभावित शुरुआत, टाइप टू डायबिटीज, सूजन की बीमारी और उम्र बढ़ने से जुड़ा हुआ है.

टेलोमेरेस को कैसे सुरक्षित रखें

  • नींद की एक अच्छी गुणवत्ता और मात्रा, सर्केडियन रिदम का पालन करके, दिमाग को शांत करके, सोने का एक मानक समय बनाकर, गैजेट्स और काम से खुद को दूर रखना और एक अंधेरे वातावरण का निर्माण करके प्राप्त किया जा सकता है.
  • विज्ञान कहता है कि हमारे दैनिक कैलोरी सेवन में 30 प्रतिशत की कमी भी दीर्घायु और धीमी उम्र बढ़ने को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त है.
  • गहरी नींद, HIIT (हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग), बॉडी वेट ट्रेनिंग, शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम करने, उपवास, एल-आर्जिनिन से भरपूर खाद्य पदार्थ  जैसे नट, बीज, साबुत अनाज, क्रूसिफ़र, चिकन, मछली का सेवन करना..इसके अलावा रिफाइंड शुगर से दूरी बनाना,पर्याप्त मात्रा में मेलाटोनिन का उत्पादन करना वगैरा वगैरा.

    Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

    यह भी पढ़ें- Multigrain Bread Recipe: ब्रेकफास्ट में चाय के साथ घर की बनी मल्टीग्रेन ब्रेड का लीजिए स्वाद, जानें बनाने का तरीका