Health Tips: बढ़ती उम्र के साथ बुढ़ापा आना नेचुरल है और इससे बचने का कोई उपाय नहीं है. जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपके शरीर में न केवल हार्मोन बल्कि अंगों के काम में भी कई बदलाव आते हैं. उदाहरण के लिए, दिल शरीर के सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक है, जो पूरे शरीर में खून को पंप करने का काम करता है. हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई कारण है जो हार्ट को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे व्यक्ति को दिल की कई बीमारी होने का खतरा होता है. इस आर्टिकल में जानें उम्र बढ़ने के कुछ लक्षण सीधा आपके दिल पर किस तरह असर डालते हैं.


उम्र बढ़ने के ये लक्षण सीधा आपके दिल पर इस तरह डालते हैं असर


जैसे-जैसे आपके दिल की उम्र बढ़ती है, हाई ब्लड प्रेशर के लिए आपका खतरा इसके साथ बढ़ता जाता है.  हाई ब्लड प्रेशर तब होता है जब आपके रक्त वाहिकाओं के माध्यम से बहने वाले खून का प्रेशऱ लगातार बहुत अधिक होता है. समय के साथ हाई ब्लड प्रेशर ज्यादा हो जाता है और धमनी की दीवारों की चिकनी आंतरिक परत को नुकसान पहुंचाता है, जिससे रुकावट और दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. उम्र बढ़ने से व्यक्ति में एथेरोस्क्लेरोसिस का खतरा बढ़ जाता है. प्लाक बिल्डअप से धमनियां सख्त हो सकती हैं. इससे खून का थक्का बन सकता है.


इन संकेत को ना करें इग्नोर


बुजुर्गों में इरेग्युलर दिल की धड़कन की संभावना बढ़ रही है. इसे आलिंद फिब्रिलेशन के रूप में भी जाना जाता है, जो वेबएमडी के अनुसार वृद्ध लोगों में स्ट्रोक का एक प्रमुख कारण है. आलिंद फिब्रिलेशन के साथ हमेशा खून के थक्के बनने का खतरा होता है, जो दिमाग में जा सकता है, जिससे स्ट्रोक हो सकता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल के अनुसार, एनजाइना पेक्टोरिस या बायीं छाती में दर्द, आमतौर पर सीने में जकड़न, बुजुर्गों में एक बहुत ही आम लक्षण है और बढ़ती उम्र के साथ अधिक बार होता है. बिना किसी दर्द के एनजाइना पेक्टोरिस को साइलेंट इस्किमिया कहा जाता है. दबाव, भारीपन, जकड़न या छाती में दर्द की समस्या हो सकती हैं. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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