Water Retention: वॉटर रिटेंशन एक ऐसी खतरनाक बीमारी है, जिसकी वजह से शरीर के अंदर पानी भरने लगता है और इस कारण शरीर फूलने लगता है. इसकी वजह से हाथ, पैर, चेहरे और पेट की मांसपेशियों में सूजन बढ़ जाती है. वजन हर दूसरे दिन कम और ज्यादा होता रहता है. अगर इस गंभीर बीमारी की शुरुआत में ही पहचान कर लिया जाए तो इसे रोका जा सकता है लेकिन अगर इसके लक्षण को अनदेखा करते हैं तो समस्या विकराल रूप ले सकती है. इसलिए जब भी वॉटर रीटेंशन के लक्षण नजर आए तो बिना घबराएं डॉक्टर के पास जाना चाहिए. आइए जानते हैं आखिर वॉटर रिटेंशन (Water Retention) क्या होता है और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए...

 

वॉटर रिटेंशन के क्या-क्या लक्षण हैं

पैरों, टखनों में सूजन

त्वचा लाल होना और उसमें खिचाव 

हाथ और पैर की उंगलियां का फूलना

उंगलियों में सूजन आ जाना

अचानक से वजन बढ़ जाना

 

वॉटर रीटेंशन का क्या कारण होता है

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, वॉटर रीटेंशन एक नहीं कई कारणों से हो सकता है. हालांकि, इसकी मुख्य वजह नमक ज्यादा खाना है. जब शरीर में ज्यादा नमक पहुंचता है तो सोडियम का स्तर बढ़ जाता है. यही कारण है कि वॉटर रीटेंशन से बचने के लिए कम नमक खाने या बिल्कुल छोड़ने की सलाह दी जाती है. बता दें कि महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन, ज्यादा शुगर का सेवन, हार्ट और लीवर की गंभीर बीमारी की वजह से वॉटर रीटेंशन हो सकता है. इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए.

 

वॉटर रिटेंशन से बचाव के लिए क्या करें

1. खाने में हरी सब्ज़ियां और नट्स शामिल करें.

2. आलू, केला और अखरोट खाने में शामिल करें.

3. विटामिन सी से भरपूर चीजें खाएं.

4. तनाव से दूरी बनाएं, इससे वॉटर रीटेंशन काफी हद तक दूर होता है.

5. नियमित तौर पर योग और एक्सरसाइज करने चाहिए.

 

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