Diabetes : डायबिटीज के मरीजों के लिए राहत की खबर है. अब उन्हें सूई चुभोकर ब्लड शुगर लेवल टेस्ट करने की जरूरत नहीं होगी. सिर्फ एक फूंक मारकर इसका पता चल जाएगा. इसे लेकर अब एक नया रिसर्च हुआ है. दरअसल, डायबिटीज तेजी से फैलती एक लाइलाज बीमारी है. जिसमें खून में ग्लूकोज का लेवल ज्यादा होता है. ऐसा तब होता है, जब शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है.  इंसुलिन ही शरीर में ग्लूकोज को एनर्जी के लिए इस्तेमाल करने में मदद करता है. डायबिटीज की वजह से हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, किडनी की बीमारी और अंधापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसीलिए ब्लड शुगर लेवल को रेगुलर तौर पर चेकअप की सलाह दी जाती है. ऐसे में आइए जानते हैं नई रिसर्च कितना मददगार हो सकता है...

 

फूंक मारकर पता करें ब्लड शुगर लेवल

डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल का पता करने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है. इससे ब्लड में ग्लूकोज का लेवल चेक किया जाता है. इसके लिए उंगली में सूई चुभोकर खून निकाला जाता है. अब IIT मंडी की एक नई डिवाइस बनाई है. जिससे डायबिटीज टेस्ट के लिए उंगली से खून के सैंपल की जरूरत नहीं होगी. सिर्फ गुब्बारे में हवा भरकर ही शुगर लेवल का पता चल जाएगा. इस डिवाइस से ब्लड प्रेशर, हार्ट बीट और खून में ऑक्सीजन का पता लग सकता है.

 

डिवाइस कैसे काम करती है

दरअसल, IIT मंडी ने AI नॉन-इनवेसिव ग्लूकोमीटर नाम का एक डिवाइस तैयार किया है. यह ब्लड शुगर की जांच को बेहतर रिजल्ट देता है. मरीज गुब्बारे में हवा भरनने के बाद सांस को डिवाइस पर जांच के लिए लगाया जाता है. इससे ब्लड शुगर के लेवल का आसानी से पता चल जाएगा. इस डिवाइस में 8 सेंसर लगाए गए हैं, जो सांस में पाए जाने वाले बोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड का पता लगाकर शुगर लेवल का पता लगाता है.

 

किस तरह हुआ डिवाइस का टेस्ट

इस डिवाइस का बिलासपुर एम्स के 550 मरीजों पर किया गया. इस डिवाइस ने मरीजों के सांस का सैंपल और डेटा कलेक्ट किया गया और फिर उससे ब्लड शुगर टेस्ट किया गया. जिसका रिजल्ट काफी बेहतर मिला है. शोधकर्ताओं ने बताया कि इस डिवाइस से 98 परसेंट तक सही रिजल्ट मिला है. इस प्रोजेक्ट के हेड डॉ. वरुण दत्त ने इसे काफी कारगर बताया है और भविष्य में इससे हेल्थ सेक्टर में क्रांति आने की बात कही है.

 



Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.