Cholesterol : दिल की सेहत को दुरुस्त रखने और उससे जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए शरीर के कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखने की सलाह दी जाती है. क्योंकि कोलेस्ट्रॉल की वजह से खून को पूरे शरीर में ले जाने वाली नलियों में ब्लड फ्लो पर असर पड़ सकता है. कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) कम या ज्यादा दोनों होना खतरनाक माना जाता है. कोलेस्ट्रॉल के कम या ज्यादा होने पर कई तरह की गंभीर समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है. यही कारण है कि डॉक्टर कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने की सलाह देते हैं. आइए जानते हैं आखिर क्यों कोलेस्ट्रॉल लेवल का कम या ज्यादा होना खतरनाक होता है...

 

हाई कोलेस्ट्रॉल क्यों खतरनाक

हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) से पीड़ित लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है. बीते कुछ सालों में लोगों में हार्ट अटैक आने के ज्यादातर मामलों के पीछे की बड़ी वजह इसे ही माना जाता है. कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाने के मामलों में मरीज से शरीर में खून ले जाने वाली नलियों में वसा जमा हो सकता है. जैसे-जैसे ये जमाव बढ़ता है, आपकी धमनियों में खून के फ्लो पर असर पड़ने लगता है. अक्सर, वसा का ये जमाव अचानक टूटने से थक्का बन सकता है जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसी स्थितियों को जानलेवा माना जाता है.

 

लो कोलेस्ट्रॉल क्यों खतरनाक

लो कोलेस्ट्रॉल (Low Cholesterol) का कम लेवल सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. हालांकि, कई मामलों में लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन यानी कि बैड कोलेस्ट्रॉल का बहुत कम होना भी शरीर के लिए जानलेवा माना जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक,  अगर शरीरे के कोलेस्ट्रॉल का लेवल 40 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से कम है तो यह शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है. हाल ही में पब्लिश हई कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोलेस्ट्रॉल लेवल का बहुत कम होने से कैंसर, स्ट्रोक, डिप्रेशन, और मेंटल टेंशन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. बूढ़े लोगों और प्रेग्नेंट महिलाओं को कोलेस्ट्रॉल लेवल का खास ध्यान रखना चाहिए. इसके लिए, खान-पान, दिनचर्या, फिजिकल ऐक्टिविटी पर फोकस करना चाहिए. 

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

 

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