Health Tips for Children: कहते हैं कि बच्चे गिली मिट्टी की तरह होते हैं. उन्हें बचपन से ही अच्छी आदतें डालनी चाहिए. ऐसा करने से बच्चों को आगे जीवन में किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है. आमतौर पर बहुत से बच्चों में यह देखा गया है कि वह पेट के बल लेटकर पढ़ते हैं. इसके अलावा कुछ बच्चे पेट के बल ही खाते और खेलते भी हैं. इस कारण आगे चलकर उन्हें की तरह की शारीरिक परेशानियों (Health Problems to Children) का सामना करना पड़ता है. उन्हें बार-बार पीठ दर्द (Back Pain in Children) आदि जैसी परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है. तो चलिए जानते हैं पेट के बल खाने और पढ़ने से किस तरह की परेशानियां बच्चों को हो सकती हैं-


गर्दन में दर्द की समस्या


लंबे समय तक पेट के बल लेटकर पढ़ने और खाने के कारण बच्चों को गर्दन में दर्द की समस्या हो सकती है. इस स्थिति में घंटो बैठे रहने के कारण बच्चों को पीठ में तेज दर्द हो सकता है. इस पोजिशन में बैठने के कारण बच्चों के स्पिाइनल कॉर्ड पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है. इस कारण बच्चे छोटी सी उम्र में ही सर्वाइकल की समस्या (Cervical Pain) के भी शिकार हो सकते हैं. इसके कारण उनकी गर्दन की नसें प्रभावित हो सकती हैं.


रीढ़ की हड्डी में परेशानी


बच्चे लंबे वक्त तक लेटकर पढ़ने या काम करते हैं तो उन्हें रीढ़ की हड्डियों (Spinal Cord) से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं. उनके पीठ के मसल्स में खिंचाव आ सकता है. इसके साथ ही उन्हें हड्डियों में दर्द की शिकायत भी हो सकती है. कोशिश करें कि बच्चे टेबल पर बैठकर ही काम करें, खाएं और पढ़ें.


आंखों पर पड़ता है बुरा प्रभाव


पेट के बल लेटकर पढ़ने के कारण बच्चों की आंखों पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है. यह किताब और आंखों के बीच के सही दूरी को मेंटेन नहीं कर पाता है. इस उनकी आंखों पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है. इससे आंखें धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं.


डाइजेशन (Digestion Problem) पर पड़ता है बुरा प्रभाव


पेट के बल लेटकर खाने और पढ़ने से बच्चों के डाइजेशन पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ता हैं. यह उनके मेटाबोलिज्म पर भी बहुत बुरा प्रभाव डालता हैं. यह कब्ज और बदहजमी का कारण भी बन सकता है. इसके साथ ही यह बच्चों में वजन बढ़ने कारण भी बन सकता है. यह उनके भूख को भी प्रभावित कर सकता है.