Panic Attack vs Heart Attack : इन दिनों हार्ट से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. हर उम्र के लोगों में हार्ट अटैक का खतरा देखा जा रहा है. खराब होती लाइफस्टाइल और खानपान इसके लिए सबसे बड़े जिम्मेदार हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि अगर हार्ट अटैक के लक्षणों (Heart Attack Symptoms) को समझ लिया जाए तो इसके खतरे से काफी हद तक बचा जा सकता है. दरअसल, चेस्ट पेन, सांस लेने में तकलीफ या घबराहट होना काफी कॉमन है. यह हर बार हार्ट अटैक ही नहीं होता, कई बार पैनिक अटैक (Panic Attack) में भी एकदम ऐसे ही समस्याएं देखी जाती है. ऐसे में आइए जानते हैं पैनिक अटैक और हार्ट अटैक को पहचानने का तरीका...
हार्ट अटैक क्या होता है
अमेरिकी एनेस्थेसियोलॉजिस्ट डॉ. टेरी ब्लैकबर्न का कहना है कि हार्ट अटैक में सीने में दर्द या दबाव होना आम है. हालांकि, बहुत से लोगों को पैनिक अटैक में भी बिल्कुल इसी तरह का दर्द और तेज चुभन महसूस करते हैं.
हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा तब पड़ता है, जब दिल की धमनियों में रुकावट की वजह से ब्लड फ्लो हार्ट तक नहीं पहुंच पाता है. यह कंडीशन जानलेवा भी हो सकती है. इसलिए तुरंत इलाज की जरूरत होती है. हार्ट अटैक में सीने के बीच या लेफ्ट साइड तेज दर्द या भारीपन महसूस होता है, जो कंधे, हाथ, गर्दन या जबड़े तक भी पहुंच सकता है. इसमें बहुत ज्यादा पसीना निकल सकता है, सांस फूल सकती है या उल्टी भी आ सकती है.
यह भी पढ़ें : रंगों से कैसे रखें अपनी स्किन का ख्याल? होली पर ये हैक्स आपको रखेंगे एकदम सेफ
पैनिक अटैक क्या होता है
पैनिक अटैक एक मेंटल प्रॉब्लम है, जो तब होती है, जब इंसान अचान से बिना किसी कारण के डर और घबराहट महसूस करने लगता है. हार्ट अटैक की तरह यह खतरनाक नहीं होता है लेकिन इंसान को ऐसा लगता है कि उसे हार्ट अटैक ही आ रहा है. पैनिक अटैक में भी सीने में चुभन जैसा हल्का सा दर्द होता है लेकिन यह बाकी हिस्सों तक नहीं पहुंचता है. इसमें दिल की धड़कनें बढ़ना, सांस लेने में परेशानी, शरीर में कंपन या तेज पसीना निकल सकता है.
हार्ट अटैक और पैनिक अटैक में अंतर
1. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, भले ही हार्ट अटैक और पैनिक अटैक के लक्षण काफी मिलते हैं लेकिन इनमें अंतर भी होता है. हार्ट अटैक में होने वाला सीने में दर्द आमतौर पर कंधे, हाथ, गर्दन तक फैल सकता है, लेकिन पैनिक अटैक में ऐसा नहीं होता है.
2. हार्ट अटैक की वजह से होने वाला दर्द ज्यादा देर तक बना रह सकता है, जबकि पैनिक अटैक में 5-10 मिनट में खुद ही ठीक हो जाता है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
यह भी पढ़ें: 'मुझे जीना ही नहीं है अब...' दीपिका पादुकोण ने छात्रों को सुनाई अपने डिप्रेशन की कहानी