कोरोना महामारी (Coronavirus) को अब तक पूरी दुनिया ठीक से भूल नहीं पाई है. अब एक बार फिर से कोरोना के नए वेरिएंट ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है. अमेरिका में आए दिन इस नए वाले वेरिएंट के केसेस बढ़ रहे हैं. कोरोना महामारी को कौन भूल सकता है. इस बीमारी ने लोगों की जिंदगी तबाह करके रख दी है. यह वायरस अब भी हमारे बीच मौजूद है और अलग-अलग स्ट्रेन के रूप में सामने आते हैं. अब कोरोना के नए स्ट्रेन ने चिंता बढ़ा दी है. 


COVID-19 का नया वेरिएंट FLiRT


संयुक्त राज्य अमेरिका में COVID-19 का एक वेरिएंट FLiRT चिंता का विषय बना हुआ है. इस पूरे मामले पर ABP Hindi Live ने डॉक्टर एपी सिंह से खास बातचीत की. एपी सिंह मेडिसिन एंड जेनरल फिजिशियन यशोदा हॉस्पिटल गाजियाबाद में कार्यरत है. डॉ. एपी सिंह ने कहा कि हर वैक्सीन के कुछ न कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं लेकिन हमें इससे डरने की जरूरत नहीं है. 


डॉक्टर आगे कहते हैं कि जिन्होंने वैक्सीन ले लिया है इसका मतलब वह पूरी तरह से सेफ नहीं है लेकिन एक हद तक वह आपकी इम्युनिटी को मजबूत कर सकता है.  कोरोना के इस नए वेरिएंट को साइंटिस्ट ने FLiRT का नाम दिया है. यह नया वेरिएंट ओमिक्रोन फैमिली से है. जिसने दुनियाभर में सबसे ज्यादा तबाही मचाई है. 


कितना खतरनाक है कोविड FLiRT वेरिएंट?


विशेषज्ञों के मुताबिक यह समझने के लिए क्या FLiRT सच में कोरोना के दूसरे वेरिएंट से काफी ज्यादा खतरनाक है. इस पर रिसर्च जारी है. इस लेकर चिंता इसलिए बनी हुई है क्योंकि इसमें पाई जाने वाली स्पाइक प्रोटीन में तेजी से बदलाव हो रहे हैं. यानि यह इंसान के शरीर में घुसकर अपने हिसाब से बदलाव कर सकता है. जिसके कारण इस बीमारी का पता शुरुआत में नहीं चलता है.जो आगे चलकर SARS-CoV-2 जैसी गंभीर बीमारी में बदल जाता है.


SARS-CoV-2 कोरोना वायरस का खतरनाक वेरिएंट जो सीधा इंसान के सांस लेने वाली नली में गंभीर इंफेक्शन का कारण बनता है. आखिर में लंग्स में इतना ज्यादा कफ हो जाता है कि मरीज सांस भी ठीक से नहीं ले पाता है. इस बीमारी की पहचान शुरुआत में नहीं होती लेकिन जब पता चलता है तो व्यक्ति तब तक गंभीर स्थिति में पहुंच जाता है. यह इसलिए भी ज्यादा खतरनाक है क्योंकि जब तक वह शरीर के अंदर पहुंचकर एकदम लोगों को बीमार न कर दे इसका पता लगाना काफी ज्यादा मुश्किल होता है.  


FLiRT के लक्षण


बुखार के साथ ठंड लगना या सिर्फ बुखार


लगातार खांसी


गला खराब होना


नाक बंद होना या नाक बहना


सिरदर्द


मांसपेशियों में दर्द


सांस लेने में दिक्क्त


थकान


स्वाद या किसी भी चीज का गंध नहीं आना


ठीक से सुनाई न देना


गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं (जैसे पेट खराब होना, हल्का दस्त, उल्टी)


क्या भारत को इस नए वेरिएंट से डरना चाहिए?


विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए वेरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है. जब भी मौसम में बदलाव होते हैं. कोरोना के केसेस बढ़ते हैं. लेकिन आपको इसे गंभीरता से लेनी चाहिए. भले ही कोरोना का वायरस अपनी रूप बदलकर आता है लेकिन कब यह लहर के रूप में बदल जाए यह कहना मुश्किल है. इसलिए खुद से भी कुछ बातों का खास ख्याल रखें. 


टीका लगवाएं


जब आपकी तबीयत ठीक न हो तो घर पर ही रहें


मास्क जरूर पहनें


सोशल डिस्टेंस का पालन करें



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.