नयी दिल्ली: जिन मरीजों को वेंटिलेटर पर अधिक समय तक रखने की जरूरत होती है, उनके लिए अच्छी खबर है. एम्स ने एक निजी कंपनी के साथ मिलकर एक पोर्टेबल वेंटिलेटर विकसित किया है. यह वेंटिलेटर इतना छोटा है कि इसे पॉकेट में भी रखा जा सकता है. साथ ही यह बहुत किफायती है.
वेंटिलेटर नैचुरल हवा से चलने में सक्षम है और इसके लिए अलग से ऑक्सीजन की आपूर्ति की आवश्यकता नहीं है. इसे एन्ड्रॉयड एप्प के जरिये चलाया किया जा सकता है.
एम्स के न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रोफेसर दीपक अग्रवाल ने इस दिशा में पहल की. उन्होंने ए-सेट रोबोटिक्स की अगुवाई करने वाले दिवाकर वैश्य के साथ मिलकर इस डिवाइस को विकसित किया.
इस वेंटिलेटर को इस्तेमाल करना बहुत आसान है और यह जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगा. इसकी कीमत 15,000 रुपये से कम होगी.
फिलहाल शुरुआती स्तर के वेंटिलेटर की कीमत लगभग ढाई लाख रुपये है.